Thyroid Gland Benefits: थायरॉइड ग्लैंड आयोडीन को थायरॉइड हार्मोन में प्रोसेस करती है. इस हार्मोन के उपर नीचे होने से ही आपका वजन घटता-बढ़ता है.
अगर किसी को भी गर्दन में किसी प्रकार का सूजन है तो ये इस बात का संकेत है कि आपके थायराइड ग्लैंड में किसी प्रकार की समस्या है.
थायराइड ग्लैंड में दो तरह की बीमारी होती है जो आजकल खराब लाइफस्टाइल या गलत खान-पान के कारण हो जाती है. हाइपोथायरायडिज्म या हाइपरथायरायडिज्म ये दो गंभीर बीमारी है जो किसी को भी हो सकती है.
हाइपरथायरायडिज्म तब होता है जब थायराइड बहुत अधिक हार्मोन बनाने लगता है. लक्षणों में घबराहट, चिंता, तनाव, नींद में कमी, मूड स्वींग्स, चिड़चिड़ापन शामिल हैं.
हाइपोथायरायडिज्म तब होता है जब थायराइड ग्लैंड हार्मोन नही बना पाता है. इसके लक्षणों में वजन का तेजी से बढ़ना, थकान, सुस्ती, ठंड लगना, बालों का गिरना आदि शामिल है.
थायराइड ग्लैंड से जुड़ी बीमारी को ठीक करने के लिए सबसे पहले खान-पान में सुधार करने की जरूरत है. इसके लिए आप कई तरह के बदलाव कर सकते है. जैसे भोजन में इन चीजों को शामिल करें-
थायराइड के मरीजों को भोजन में डेयरी प्रोडक्ट्स को जरूर शामिल करना चाहिए. जैसे दूध, दही, पनीर आदि का सेवन किया जा सकता है. इससे शरीर को भरपूर कैल्शियम, विटामिन, मिनरल्स और कई दूसरे तरह के पोषक तत्व मिलेंगे.
आंवला में विटामिन सी भरपूर मात्रा में पाया जाता है जिसको खाने से इम्यूनिटी मजबूत होती है. इससे थायराइड की समस्या दूर होती है. बालों को काला बनाने के साथ ये ब्लड सर्कुलेशन को भी अच्छा करता है.
थायरॉइड को कंट्रोल करने के लिए डाइट में कच्चा नारियल शामिल करें. नारियल खाने से आपका मेटाबॉलिज्म मजबूत होगा जिससे थायरॉइड कंट्रोल रहता है.
थायराइड को कंट्रोल करने के लिए मुलेठी का सेवन करना चाहिए. इसमें कई ऐसे पोषक तत्व पाए जाते है जो थकान और कमजोरी जैसी समस्या को दूर करने में मदद करता है. किसी भी रूप में मुलेठी का सेवन जरूर करें.
जिनको थायराइड हो गया है या ऐसे लक्षण दिख रहे हैं, उन लोगों को खाने में सोयाबीन को शामिल करना चाहिए. सोया मिल्क, टोफू या सोयाबीन को शामिल किया जा सकता है. इससे हार्मोन को बैलेंस करने में मदद मिलती है. सोया प्रोडक्ट आयोडीन को कंट्रोल करने में मदद करता हैं.
ट्रेन्डिंग फोटोज़