Chhatarpur News: भाजपा के वरिष्ठ नेता मानवेन्द्र सिंह ने केंद्रीय मंत्री वीरेंद्र खटीक पर आपराधिक तत्वों से संबंध और माफिया संरक्षण के गंभीर आरोप लगाए हैं. सिंह ने प्रधानमंत्री मोदी से खटीक की बर्खास्तगी की मांग की है. वहीं, खटीक ने पलटवार करते हुए सिंह को चेतावनी दी है. पार्टी में तकरार बढ़ रही है.
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MP Politics News: क्या मध्य प्रदेश में बीजेपी में सबकुछ सही नहीं चल रहा है क्योंकि एक बाद एक ऐसे मामले सामने आ रहे हैं, जहां बीजेपी के नेता खुलकर एक दूसरे के खिलाफ सामने आ रहे हैं. ताजा मामला बुंदेलखंड अंचल के छतरपुर जिले की राजनीति का है. जहां बीजेपी में ही दो गुट नजर आ रहे हैं. एक तरफ हैं केंद्रीय मंत्री वीरेंद्र खटीक तो दूसरी तरफ जिले के बीजेपी विधायक हैं. दोनों एक दूसरे पर आरोप लगाने में लगे हैं. मामला तब ज्यादा गर्मा गया जब छतरपुर जिले में बीजेपी के तीन विधायकों ने केंद्रीय मंत्री वीरेंद्र खटीक की बैठक का बहिष्कार कर दिया. वहीं, इससे पहले बीजेपी एक विधायक के पिता और पूर्व मंत्री ने भी केंद्रीय मंत्री के खिलाफ खुलकर मोर्चा खोल दिया था. जिस पर वीरेंद्र खटीक ने भी तगड़ा पलटवार करते हुए परिणाम भुगतने तक की बात कह दी थी. ऐसे में छतरपुर जिले में बीजेपी नेताओं की कलह खुलकर सामने आ गई है.
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केंद्रीय मंत्री वीरेंद्र खटीक के खिलाफ पूर्व मंत्री ने खोला था मोर्चा
पूर्व मंत्री मानवेन्द्र सिंह द्वारा केंद्रीय मंत्री वीरेंद्र खटीक पर लगाए गए गंभीर आरोपों ने राज्य की राजनीति को हिलाकर रख दिया है. सिंह ने खटीक पर आपराधिक तत्वों के साथ संबंध रखने और खनिज माफिया को संरक्षण देने का आरोप लगाया है. वहीं, पूर्व मंत्री मानवेन्द्र सिंह द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर वीरेंद्र खटीक की बर्खास्तगी की मांग के बाद, केंद्रीय मंत्री खटीक ने पलटवार किया है. खटीक ने सिंह को "आयातित नेता" बताते हुए कहा कि उन्हें अब परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहना चाहिए. इस बीच, तीन भाजपा विधायकों द्वारा खटीक की बुलाई गई बैठक का बहिष्कार कर दिया गया, जिससे विवाद और भी गहरा हो गया.
पूर्व मंत्री मानवेन्द्र सिंह द्वारा केंद्रीय मंत्री खटीक पर लगाए गए आरोप, जिनमें आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों से संबंध और खनिज माफिया को संरक्षण देने के आरोप शामिल हैं ने एक नया मोड़ लिया है. मानवेन्द्र सिंह ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर खटीक की बर्खास्तगी की मांग की है, जिससे पार्टी के भीतर अंदरूनी कलह और विवाद सामने आ रहा है.
पलटवार में खटीक का गुस्सा
वहीं, केंद्रीय मंत्री खटीक ने प्रेस वार्ता में मानवेन्द्र सिंह को "आयातित नेता" बताते हुए कहा कि उन्होंने कभी दीनदयाल उपाध्याय के विचारों को नहीं पढ़ा. खटीक ने गुस्से में पलटवार करते हुए कहा कि उन पर लगाए गए आरोप इसलिए हैं क्योंकि उन्होंने सिंह के गलत कामों का विरोध किया. उन्होंने मानवेन्द्र सिंह के पूरे खानदान को चुनौती दी और आरोपों का प्रमाण देने की मांग की. खटीक ने खुलेआम चेतावनी भी दी कि अब परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहना होगा.
विधायकों का बहिष्कार
केंद्रीय मंत्री खटीक द्वारा बुलाई गई एक बैठक में तीन भाजपा विधायकों ने बहिष्कार किया. इन विधायकों ने आरोप लगाया कि खटीक ने अपराधियों को सांसद प्रतिनिधि बनाया है, जो विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस के पोलिंग एजेंट थे. इस बीच, खटीक ने कहा कि यह बैठक सदस्यता अभियान के लिए थी और उनके खिलाफ लगाए गए आरोपों पर अगर केंद्र ने पूछा, तो वह और खुलासे करेंगे.
बीजेपी विधायक ललिता यादव का समर्थन
छतरपुर विधायक और पूर्व मंत्री ललिता यादव ने मानवेन्द्र सिंह के बयान का समर्थन किया. उन्होंने कहा कि डॉ. वीरेंद्र खटीक ने कांग्रेस के एजेंटों और अपराधियों को सांसद प्रतिनिधि बनाया है, जो विधायकों के कार्यक्षेत्र में दखल दे रहे हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि सांसद प्रतिनिधियों ने विधानसभा चुनाव में पार्टी के प्रत्याशी को हरवाने का काम किया. ललिता यादव ने यह भी कहा कि पार्टी हाईकमान को इस पूरे मामले की जानकारी है और अगर उनसे पूछा गया, तो वे पूरी जानकारी साझा करेंगी.