zebra giraffe come to Bhopal Van Vihar: 70 सालों बाद भारत को चीतों से आवाद करने के बाद अब अब आफ्रीका से जेब्रा और जिराफ भारत आने वाले हैं. इन्हें भी मध्य प्रदेश की धरती पर रखा जाएगा. इसके लिए वन मंत्री विजय शाह ने तारीख भी बता दी है.
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भोपाल: मध्य प्रदेश में आफ्रीकन चीतों की दस्तक के बाद अब जेब्रा और जिराफ भी जल्द दस्तक दे सकते हैं. इस संबंध में शिवराज सरकार के वन मंत्री विजय शाह बड़ी जानकारी दी है. जेब्रा और जिराफ को मध्य प्रदेश में लाने से पहले उन्हें रखने की तैयारी हो रही है. जानकारी के अनुसार, इसके लिए भोपाल स्थित वन विहार चुना गया है. पार्क प्रबंधन जू अथॉरिटी ऑफ इंडिया को अपना प्रस्ताव भेज चुका है.
वन मंत्री में बताया पूरा प्लान
मध्य प्रदेश के वन मंत्री विजय शाह ने बताया कि प्रदेश में अफ्रीकन चीतों के बाद अब जेब्रा और जिराफ को भी 26 जनवरी 2023 के पहले लाने के प्रयास किए जा रहे हैं. इन्हें वन विहार राष्ट्रीय उद्यान भोपाल में रखा जाएगा. पर्यटक अब शेर, बाघ, भालू, लोमड़ी, तेंदुआ, हिरण, बारहसिंगा समेत अन्य जानवरों के साथ जेब्रा और जिराफ के दीदार कर सकेंगे. इसके लिए प्रदेश सरकार लगातार प्रयास कर रही है.
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नेशनल पार्कों में बैन होगी प्लास्टिक
वन मंत्री विजय शाह ने जानाकारी देते हुए बताया कि मध्य प्रदेश के सभी नेशनल पार्क में प्लास्टिक और थैलियों पर बैन लगाया जाएगा. इसके ये आदेश एक जनवरी 2023 से लागू होंगे. बैन से पहले पार्कों में वाटर ATM समेत अन्य सुविधाएं विकसित करने का काम किया जा रहा है. सभी कार्य पूरे हो जाने के बाद पार्कों में प्लास्टिक की थैलियों में खाना पीने का सामान भी ले जाना बैन होगा.
कुछ दिन पहले पहुंचे हैं चीता
कुछ दिन पहले ही नमीबिया से 8 चीतें मध्य प्रदेश लाए गए हैं. इन्हें कूनो नेशनल पार्क में रखा गया है. PM नरेंद्र मोदी ने 18 सितंबर को पार्क में पिंजरे खोलकर चीता को बाड़े में छोड़ा था. इसी के साथ मध्य प्रदेश टाइगर, लेपर्ड के बाद चीता स्टेट बन गया था. अब प्रदेश में आफ्रीकन जेब्रा और जिराफ के आने की खबर से वन्य जीव प्रेमियों में खुशी का महौल है.
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वन विहार में लग जाएंगे चार चांद
वन विहार बड़े तालाब के पास पहाड़ी और आसपास के 445.21 हेक्टेयर क्षेत्र को मिलाकर बना है. बडे तालाब और पहाड़ से सटे होने के इसे जेब्रा और जिराफ के लिए अनुकूल माना जा रहा है. राजधानी के बीचो-बीच होने के कारण ये अन्य नेशनल पार्कों, जू और अभ्यारण्य से ज्यादा सुरक्षित है. इन बेहत खूबसूरत जानवरों के आ जाने के बाज वन विहार की सुंदरता में चार चांद लग जाएंगे.