Balaghat Paraswada Vidhan Sabha Seat: बालाघाट की परसवाड़ा विधानसभा सीट पर 1993 से जनता ने हर चुनाव में बदलाव किया. वर्तमान में इस सीट पर वर्तमान में बीजेपी के विधायक हैं. आइए समझते हैं इस सीट का सियासी समीकरण....
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Balaghat Paraswada Vidhan Sabha Seat Analysis: मध्य प्रदेश की परसवाड़ा विधानसभा सीट पर भाजपा और कांग्रेस दोनों को जनाता ने मौका दिया है. इस सीट पर 3 लाख से अधिक मतदाता हैं, जिनमें आदिवासी वोटों, पनवार, लोधी, मरार, कलार और अन्य समुदायों का महत्वपूर्ण प्रभाव है. वर्तमान में भाजपा के रामकिशोर कावरे इस सीट से विधायक हैं तो चलिए इस सीट के समीकरण को समझते हैं...
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पिछले कुछ चुनाव के नतीजे
परसवाड़ा विधानसभा सीट पर पिछले चार चुनावों में भाजपा और कांग्रेस दोनों को जीत मिली है. 2018 के चुनाव में, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राम किशोर कावरे 57,395 वोटों के साथ विजयी हुए, उन्होंने समाजवादी पार्टी के अपने मुख्य प्रतिद्वंद्वी कंकर मुंजारे को 9,608 वोटों के अंतर से हराकर 5.70% जीत हासिल की थी. 2013 के चुनाव में मधु भगत ने जीत हासिल की. चुनाव में कांग्रेस के मधु भगत ने 49,216 वोटों से जीत हासिल की, उन्होंने भाजपा के राम किशोर कावरे को केवल 2,849 वोटों के अंतर से हराया था. 2008 के चुनाव में, भाजपा के रामकिशोर कावरे ने 36,313 वोटों के साथ जीत हासिल की थी. उन्होंने SHS के कंकर मुंजारे को 8,066 वोटों के अंतर से हराया था. वहीं, 2003 के चुनाव में, गोंडवाना गणतंत्र पार्टी (जीजीपी) के दरबूसिंह उइके 28,623 वोटों के साथ विजेता बने थे, उन्होंने जनता पार्टी (जेपी) के कंकर मुंजारे को 1,148 वोटों के मामूली अंतर से हराया था.
जाति समीकरण
मुख्य रूप से परसवाड़ा विधानसभा पर हिंदू समुदाय के लोग ज्यादा है. इस क्षेत्र में 3 लाख से अधिक मतदाता हैं,जिसमें 1,09,764 महिला मतदाता और 1,12,068 पुरुष मतदाता शामिल हैं. बता दें कि परसवाड़ा विधानसभा पर जातिगत समीकरण अहम भूमिका निभाते हैं. लगभग 60,000 आदिवासी वोट महत्वपूर्ण राजनीतिक प्रभाव रखते हैं. इसके अतिरिक्त, 44,000 पंवार मतदाता, 32,000 लोधी, 28,000 मरार, 15,000 कलार और 42,000 अन्य मतदाता हैं. विशेष रूप से, राज्य मंत्री रामकिशोर कावरे मरार समुदाय से हैं.
सीट का इतिहास
परसवाड़ा विधानसभा सीट के इतिहास की बात करें तो प्रारंभिक वर्षों में कांग्रेस का दबदबा देखा गया, रमणिकलाल अमृतलाल त्रिवेदी और प्रतापलाल ने क्रमशः 1962 और 1967 में जीत हासिल की. हालांकि, 1972 में एक बदलाव आया जब भारतीय जनसंघ के तेजलाल टेम्भरे विजेता बने. 1970 के दशक के अंत और 1980 के दशक की शुरुआत में तेजलाल टेंभरे ने कांग्रेस के लिए सीट दोबारा हासिल की. 1985 में जनता पार्टी के कंकर मुजारे ने कांग्रेस के सिलसिले को तोड़ते हुए जीत हासिल की. 1990 के दशक की शुरुआत में क्रांतिकारी समाजवादी मंच और जनता पार्टी की जीत के बीच बदलाव देखा गया.
2003 में, गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के दरबूसिंह उइके ने बड़ा उलटफेर किया था.हालांकि, हाल के वर्षों में, यह सीट भाजपा और कांग्रेस के बीच प्रतिस्पर्धी रही है, जिसमें रामकिशोर कावरे और मधु भगत क्रमशः 2008 और 2013 में विजेता बनकर उभरे थे. 2018 में, भाजपा के रामकिशोर कावरे ने जीत हासिल की.
बालाघाट परसवाड़ा विधानसभा विधायकों की सूची
1962: रमणिकलाल अमृतलाल त्रिवेदी (कांग्रेस)
1967: प्रतापलाल (कांग्रेस)
1972: तेजलाल टेंभरे (भारतीय जनसंघ)
1977: तेजलाल टेंभरे (कांग्रेस)
1980: तेजलाल टेंभरे (कांग्रेस)
1985: कंकर मुजारे (जनता पार्टी)
1990: उमा शंकर मुंजारे (क्रांतिकारी समाजवादी मंच)
1993: कंकर मुंजारे(क्रांतिकारी समाजवादी मंच)
1998: कंकर मुंजारे (जनता पार्टी)
2003: दरबूसिंह उइके (गोंडवाना गणतंत्र पार्टी)
2008: रामकिशोर कावरे (भारतीय जनता पार्टी)
2013: मधु भगत (भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस)
2018: रामकिशोर कावरे (भारतीय जनता पार्टी)