ethical hacking:आजकल तो करीयर ऑप्शन बहुत से हैं लेकिन टेक्निकल फिल्ड में रूची रखने वालों के लिए यह खबर खास है. वैसे तो, हैकिंग को अनेथिकल और क्राइम बताया जाता है लेकिन हर हैंकिंग क्राइम नहीं होती है. उदाहरण को तौर पर भोपाल का 15 साल का लड़का जिसने एथिकल हैकिंग को नई पहचान दिलाई है और एक बेहतकर करीयर ऑप्शन भी साबित किया है. हैकिंग जिसे क्राइम माना जाता है, ऐथिकल हैकिंग उसी का उल्टा वर्जन है.
टेक्निकल फिल्ड में अगर आप करीयर बनाने की सोच रहें हैं तो, एथिकल हैकिंग की फिल्ड आपको लिए एक इंटरेस्टिंग जॉब हो सकता है. लगन और मेहनत से काम करने पर इस फिल्ड में सैलरी भी बहुत अच्छी दी जाती है. उदाहरण को तौर पर मध्य प्रदेश के भोपाल का रहने वाला 15 साल का लड़का जो हैकिंग की दुनिया का बादशाह बन गया है क्योंकि उसने अपने इस स्किल से गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में अपना नाम दर्ज कराया है. शुभांक ने दावा करते हुए बताया है कि उन्होंने गूगल, कम्प्यूटर सोसायटी ऑफ इंडिया, स्पोटिबाय और नेटलीबाय के साथ- साथ कई दूसरी कंपनियों के साफ्टवेयर में भी बग ढूंढा है.
आजकल, साइबर सिक्योरिटी एक अहम मुद्दा बन गया है. हर साल होने वाले साइबर क्राइम की संख्या बढ़ रही है, जिससे कंपनियों और आम आदमी की डेटा लीक होने का खतरा भी बढ़ रहा है. आज हमारा डेटा और सिस्टम कितना इंपॉर्टेंट है हम ही जानते हैं.
साइबर सिक्योरिटी को देखते हुए ऐसे लोगों की डिमांड भी मार्केट में अधिक है जिनको इस फिल्ड के बारे में नॉलेज है. जिसकी वजह से साइबर दुनिया में अपना करीयर बनाना एक अच्छा करीयर ऑप्शन माना जा रहा है.
एथिकल हैकिंग भी एक अच्छी स्कोप है, जहां आप टेक्निकल नॉलेज होने के साथ बड़े - बड़े कंपनियों में काम करने का अवसर मिल सकता है. हैकिंग जिसे क्राइम कहते हैं वहीं ऐथिकल हैकिंग की पढ़ाई होती है, जो इसे हैकिंग का उल्टा और रिफाइंड वर्जन बनाता है.
एथिकल हैकिंग में कानून के दायरे में रहकर, अलग-अलग कंपनियों से परमिशन लेकर किसी भी सिस्टम या डिवाइस को हैक किया जाता है. एथिकल हैकिंग कहीं से भी क्राइम करना नहीं कहलाता है ना ही एथिकल हैकिंग करने पर कोई सजा दी जाती है. इसमें बस कंपनी की परमिशन जरूरी रहती है बिना परमिशन डिवाइस को हैक करना एथिकल हैकिंग के दायरे से बाहर हो जाना कहलाता है. एथिकल हैकिंग के लिए लॉ या कानून के नियमों को फॉलो करना जरूरी होता है.
आजकल के जितने भी बड़े साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट्स हैं सबने एथिकल हैकिंग की पढाई या नॉलेज प्राप्त कर रखा है. शुभांक की तरह अगर आपको भी हैकिंग में दिलचस्पी है और एथिकल हैकिंग की तरफ करीयर बनाना चाहते हैं तो आप भी बड़े संस्थानों में जहां एथिकल हैकिंग एक सब्जेक्ट हो, जहां पर एथिकल हैकिंग सिखाई जाती हो वहां एडमिशन ले सकते हैं. आप IIT, NIT, DTU,BHU, इंडियन स्कूल ऑफ साइबर सिक्योरिटी जैले संस्थानों में एडमिशन ले सकते हैं.
अगर आप एमपी में एथिकल हैकिंग का पढ़ाई करना चाहते है तो,
देवी अहिल्या विश्वविद्यालय, इंदौर राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, भोपाल AISECT University,indore में भी अपना एडमिशन करवा सकते हैं.
इन कॉलेज और विश्वविद्यालय में कंप्यूटर साइंस या साइबर सुरक्षा में डिग्री प्रोग्राम उपलब्ध रहती हैं, जो आपके एथिकल हैकिंग के फिल्ड में जरूरी है.
एथिकल हैकर बड़े MNC कंपनियों में आईटी सिक्योरिटी यानी इंटरनेट सुरक्षा प्रदान करते हैं, और साइबर क्राइम होने से बचाते हैं. हैकर्स के जरिए की गई डेटा हैक को बचाना एथिकल हैकर का काम होता है.
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