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Mahashivratri Facts: भोलेनाथ से जुड़ी इन 8 बातों को नहीं जानते लोग! महाशिवरात्रि पर यहां पाएं जवाब

Shivratri 8 Facts About Lord Shiva: देशभर में भोले भक्त महाशिवरात्रि (Mahashivratri 2023) में बाबा भोलेनाथ के पूजा अर्चना की तैयारी कर रहे हैं. देशभर के शिवालयों में अभी से भीड़ उमड़ रही है. ऐसे में हम शिव के बारे में जुड़े 8 सलालों के जवाब दे रहे हैं, जो आमतौर पर कम ही लोगों को पता होते हैं.

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भगवान शिव से जुड़े 8 सवालों के जवाब (Shivratri 8 Facts About Lord Shiva)

शिवरात्री (Mahashivratri 2023) के पावन मौके पर हम आपको बता रहे हैं भगवान शिव से जुड़े उन 8 सावालों के बारे में जो कम ही लोगों को पता होंगे.

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क्यों मनाई जाती है महाशिवरात्रि? (Why is Mahashivratri celebrated)

इस तिथि पर भगवान शिव और माता पार्वती का विवाह हुआ था. इसी तिथि में शिवजी अग्नि स्तंभ के रूप में ब्रह्मा, विष्णु के सामने प्रकट हुए थे.

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शिवलिंग जल धारा, दूध, बिल्व पत्र क्यों चढ़ाते हैं? (Why offer water stream, milk, bilva leaves to Shivling)

समुद्र मंथन के समय विष पान करने से शिव के शरीर में गर्मी बढ़ गई थी, इस कारण उन्हें शीतलता देने के लिए जल धारा, दूध, बिल्व पत्र चढ़ाया जाता है.

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शिवजी के त्रिशुल का संदेश क्या है? (What is Message of Shiva's Trishul)

त्रिशुल के तीन नुकीले सिरे तीनों कालों भूत, भविष्य और वर्तमान के प्रतीक हैं. इन्हें सत्, रज और तम गुण का प्रतीक माना जाता है.

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शिवजी नीलकंठ क्यों कहते हैं? (Why is Shivji called Neelkanth)

समुद्र मंथन से निकले विष को ग्रहण कर गले में रोकने के कारण उनका कंठ नीला हो गया था. तभी से भोलेनाथ को नीलकंठ भी कहा जाने लगा.

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शिवलिंग पर भस्म क्यों चढ़ती है? (Why Bhasma Offered To Shivling)

भस्म यानी राख, इस संसार का और हर एक प्राणी का सार है. पुरी सृष्टि जब नष्ट होगी तो अंत में राख ही बचेगी. यानी आत्मा शिव जी में समा जाती है.

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शिवजी के माथे पर चंद्र है? (Why Moon on Lord Shiva's forehead)

चंद्र को शीतलता का प्रतीक माना जाता है. शिव इससे संदेश देते हैं कि मन को दिमाग से नियंत्रित करना चाहिए. शांत मन से निर्णय लेना चाहिए.

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शिवजी की तीसरी आंख का संदेश क्या है? (Message of Shivji's third Eye)

भगवान शिव जी की तीसरी आंख विवेका का प्रतीक है. कभी-कभी हमारी दोनों आंखे सही-गलत नहीं देख पाती तब हमें विवेक से निर्णय लेना चाहिए.

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शिवलिंग पर तुलसी क्यों नहीं चढ़ाते? (Why not offer Tulsi To Shivling)

एक समय में तुलसी शंखचूड़ नाम से असुर पतिव्रता पत्नी थी. शंखचूड़ पराजित नहीं हो रहा था तो नारायण ने पतिव्रत को खंडित किया और शिव ने शंखचूड़ का वध किया था.