Pulse Polio Campaign: मध्यप्रदेश में आज से पल्स पोलियो अभियान की शुरुआत हो चुकी है. राजधानी समेत प्रदेश के 16 ज़िलों में यह अभियान चलाया जाएगा. इस अभियान के तहत हर एक बच्चे को पोलियो की खुराक दी जाएगी.
मध्यप्रदेश में आज से पल्स पोलियो अभियान की शुरुआत हो चुकी है. प्रदेश के भिंड, छिंदवाड़ा, दतिया, इंदौर, भोपाल,ग्वालियर ,श्योपुर, दतिया ,विदिशा , टीकमगढ़ ,निवाडी , सतना ,नरसिंहपुर, कटनी,मंदसौर ,नीमच और खरगोन जिलों में बच्चों को ज़िंदगी की दो बूंद पिलाई जाएगी.ये ऐसे जिले हैं जहां प्रवासी ज्यादा हैं या पोलियो का रिस्क है.
स्वास्थ्य विभाग ने इस बार एम्बुलेंस की भी सुविधा दी है. जो बच्चों को घर से ले आएगी और घर तक छोड़ेगी. अभियान के तहत राजधानी में 3 लाख बच्चों को पोलियो पिलाई जानी है. स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी ने भोपला के काटजू अस्पताल से खुद बच्चों को पोलियो पिलाकर अभियान की शुरुआत की.
वहीं संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों की मांगों को लेकर स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी का बयान सामने आया है. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि संविदा कर्मचारियों से बातचीत चल रही है.गौरतलब है कि लंबे वक्त से समय-समय पर संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलते रहे हैं.
दतिया में गृहमंत्री ने बच्चों को पोलिया की दवा पिलाकर अभियान की शुरुआत की. बता दें कि दिनांक 28 मई से 30 मई तक पोलियो रोधी अभियान चलाया जाएगा.
वहीं मध्य प्रदेश के मंदसौर में पल्स पोलियो अभियान के तहत 0 से 5 साल के बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाई जा रही है. जिला चिकित्सालय में एक समारोह आयोजित कर जिले में पल्स पोलियो अभियान की शुरुआत की गई. इस समारोह में जिले के डीएम दिलीप कुमार यादव विधायक यशपाल सिंह सिसोदिया, सीएमएचओ डॉक्टर GL सूर्यवंशी समेत जिले के आला अधिकारी कर्मचारी और जनप्रतिनिधि मौजूद रहे.
डीएम दिलीप कुमार यादव ने बताया कि, जिले में जीरो से 5 साल तक के सभी बच्चों को पल्स पोलियो कि यह खुराक पिलाई जानी है पोलियो से सुरक्षा का यह घेरा न टूटे इसके लिए प्रशासनिक स्तर पर और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों द्वारा यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि 0 से 5 साल के प्रत्येक बच्चे को यह खुराक पिलाई जाए.
भारत में पल्स पोलियो टीकाकरण की शुरुआत 2 अक्टूबर 1995 में हुई. 27 मार्च 2014 को भारत को पोलियो मुक्त प्रमाण पत्र प्राप्त हुआ. 13 जनवरी 2013 को पश्चिम बंगाल से आखिरी पोलियो का मामला आया था.
हर साल 24 अक्टूबर को विश्व पोलियो दिवस मनाया जाता है.इस दिन को मनाने का उद्देश्य लोगों को पोलियो की वैक्सीनेशन के प्रति जागरुक करना है.
पोलियो जल्दी से फैलने वाली एक बीमारी है. जो ज्यादातर छोटे बच्चों को ज्यादा प्रभावित करती है. यह एक जानलेवा बीमारी है जो बच्चों के सीधा नर्वस सिस्टम पर अटैक करती है. इसलिए पोलियो का टीकारण बेहद जरूरी है.
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