Singrauli Shiva temple history: मध्य प्रदेश के सिंगरौली जिले में स्थित खोड़ेनाथ शिव मंदिर एक रहस्यमयी जगह है. यह मंदिर 2500 फीट की ऊंचाई पर स्थित है. मान्यता है कि इस मंदिर में रात बिताने वाला व्यक्ति सुबह का सूरज नहीं देख पाता. इस मंदिर में मधुमक्खियां भगवान शिव की रक्षा करती हैं. इस मंदिर के बारे में कई रहस्यमयी कहानियां प्रचलित हैं. हालांकि इन कहानियों की कोई वैज्ञानिक पुष्टि नहीं है.
मध्य प्रदेश के सिंगरौली जिले में 2500 फीट ऊंचे पहाड़ पर स्थित खोड़ेनाथ शिव मंदिर एक रहस्यमयी जगह है. मान्यता है कि यहां रात बिताने वाला व्यक्ति सुबह का सूरज नहीं देख पाता. इस मंदिर में मधुमक्खियां भगवान शिव की रक्षा करती हैं. इस मंदिर से जुड़े कई रहस्य आज भी अनसुलझे हैं.
स्थानीय लोगों ने बताया कि इस मंदिर में रात को कोई नहीं रुकता, जो भी रुकता है वो सुबह का सूरज नहीं देख पाता. उसके साथ कोई न कोई अनहोनी हो जाती है. इसके साथ ही इस मंदिर में मधुमक्खियां भगवान की रखवाली करती हैं.
बता दें कि खोड़ेनाथ शिव शंकर सिंगरौली में स्थित है. इस मंदिर में दर्शन के लिए प्रदेश के कोने-कोने से लोग आते हैं. मान्यता है कि जो भी यहां रात में रुकने की कोशिश करता है, वह सुबह सूरज नहीं देख पाता. उसकी मौत हो जाती है. हालांकि जी न्यूज ऐसी किसी बात का समर्थन नहीं करता.
2500 फीट ऊंची पहाड़ी पर विराजमान खोड़ेनाथ बाबा के दर्शन के लिए भक्तों को 1065 सीढ़ियां चढ़नी पड़ती हैं. यहां की हर एक सीढ़ी किसी न किसी भक्त ने बनवाई है. हर सीढ़ी पर किसी न किसी भक्त का नाम लिखा है.
खोड़ेनाथ बाबा का इतिहास करीब 200 साल पुराना है. यहां के स्थानीय लोगों का कहना है कि बहुत पहले यहां घना जंगल हुआ करता था. इस जंगल के ऊंचे पहाड़ पर भगवान शिव की एक विशाल प्रतिमा दिखाई दी.
धीरे-धीरे लोग पहाड़ में चमत्कारों के बारे में बात करने लगे. जिससे आसपास के लोगों की आस्था इस स्थान के प्रति बढ़ी, फिर दूर-दूर से लोग यहां बाबा के दर्शन के लिए आने लगे. उनकी मनोकामनाएं भी पूरी होने लगीं.
महाशिवरात्रि के अवसर पर इस मंदिर में विशाल मेला लगता है. देश के कोने-कोने से भक्तों की भीड़ यहां उमड़ती है. भक्त पहाड़ पर चढ़कर मंदिर में जाते हैं और खोड़ेनाथ शिव शंकर की पूजा करते हैं.
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