कुछ दिन पहले भोपाल सांसद साध्वी प्रज्ञा की गाड़ी को दूसरी कार ने टक्कर मार दी थी. मामला अब सामने आया है. साथ ही मामला गर्मा भी रहा है. कारण है कि साध्वी ने इसे खुद की जान को खतरा बताया है. सांसद साध्वी ने भोपाल के कोहेफिजा थाने में FIR दर्ज करवाई है.
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Sadhvi Pragya Attacked By Car: कुछ दिन पहले भोपाल सांसद साध्वी प्रज्ञा की गाड़ी को दूसरी कार ने टक्कर मार दी थी. मामला अब सामने आया है. साथ ही मामला गर्मा भी रहा है. कारण है कि साध्वी ने इसे खुद की जान को खतरा बताया है. सांसद साध्वी ने भोपाल के कोहेफिजा थाने में FIR दर्ज करवाई है. FIR दर्ज होने के बाद घटना की जानकारी आई सामने है. मामला 13 अप्रैल की घटना 14 को प्रज्ञा ने कोहेफिजा थाने में FIR करवाई है. एफआईआर दर्ज होने के बाद ये मामला मीडिया में आया और तूल पकड़ने लगा.
FIR में अपनी जान को खतरा बताया
पहली नजर में मामला रोड एक्सीडेंट का लग रहा था, लेकिन साध्वी ने इसे षड्यंत्र बताकर हलचल बढ़ा दी. उनका कहना है कि पुलिस को इसकी कठोर जांच करनी चाहिए. साध्वी प्रज्ञा ने FIR में अपनी जान को खतरा बताया है. साध्वी ने FIR में पुलिस से कहा पुराने प्रकरण में वो पहले से कई सवालों के घेरे में हैं. मुझे निरंतर फोन पर धमकियां आती रहती हैं. मेरे जीवन को सदैव ही ऐसे लोगों से जान का खतरा बना रहता है. भोपाल के VIP रोड खानू गांव के चौराहे पर रात 9:40 की घटना है.
आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज
दरअसल 13 अप्रैल को एक तेज रफ्तार कार ने साध्वी की गाड़ी को टक्कर मार दी थी.ये घटना वीआईपी रोड की है जब सांसद एक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए बैरागढ़ जा रही थीं. साध्वी प्रज्ञा रात करीब पौने दस बजे बैरागढ़ जा रही थीं. उनकी कार खानूगांव चौराहे से आगे लालघाटी की तरफ जब बढ़ी, तो पीछे से आ रही एक कार ने टक्कर मार दी. टक्कर के बाद कार वाला भाग गया. रिपोर्ट में बताया गया है कि सांसद के ड्राइवर ने कार का पीछा भी किया था. सांसद की शिकायत के बाद पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है.
सनातन बोर्ड बनाने की रखी थी मांग
बीजेपी सांसद साध्वी प्रज्ञा अक्सर चर्चा में रहती हैं. हाल ही में उन्होंने वक्फ बोर्ड की तरह हिंदुओं के लिए सनातन बोर्ड बनाने की मांग रखी थी. उन्होंने अपने बयान में कहा था कि 'मोदी शासन में हिंदुओं के साथ न्याय हो रहा है. अन्य पंतों की तरह हिंदू धर्म के लिए भी सनातन बोर्ड होना चाहिए, जैसे मुस्लिमों के लिए वक्फ बोर्ड है'.