शाजापुर जिले में मंदिर में हुआ पहले सरपंच का फैसला, 3 साल की बच्ची ने पर्ची से किया चुनाव
Advertisement
trendingNow1/india/madhya-pradesh-chhattisgarh/madhyapradesh1215822

शाजापुर जिले में मंदिर में हुआ पहले सरपंच का फैसला, 3 साल की बच्ची ने पर्ची से किया चुनाव

जिले के ग्राम कुड़ाना को नई पंचायत बनाया गया और यहां पहली बार सरपंच के चुनाव होने थे. यहां से 6 उम्मीदवारों ने सरपंच पद के लिए अपना नामांकन पत्र दाखिल किया था. आज नाम वापसी का अंतिम दिन था और इसी दिन पूरे गांव ने निर्णय लिया कि पहली बार गांव में निर्विरोध सरपंच बनेगा.

शाजापुर जिले में मंदिर में हुआ पहले सरपंच का फैसला, 3 साल की बच्ची ने पर्ची से किया चुनाव

मनोज जैन/शाजापुर: जिले के ग्राम कुड़ाना को नई पंचायत बनाया गया और यहां पहली बार सरपंच के चुनाव होने थे. यहां से 6 उम्मीदवारों ने सरपंच पद के लिए अपना नामांकन पत्र दाखिल किया था. आज नाम वापसी का अंतिम दिन था और इसी दिन पूरे गांव ने निर्णय लिया कि पहली बार गांव में निर्विरोध सरपंच बनेगा. इसी के लिए ग्रामीणों ने सरपंच पद के सभी दावेदारों को इकट्ठा किया और श्री कृष्ण मंदिर में जाकर 6 प्रत्याशियों के नाम से पर्चियां बनाकर 3 साल की बच्ची को दी गई. 

शुभ शुरूआत के तौर पर जिले ने कन्या से एक पर्ची उठवाई गई और उस पर्ची में सीताबाई प्रेमनारायण सौराष्ट्रीय का नाम निकला. जिसे ग्रामीणों ने सरपंच मान लिया और बाकी के सभी प्रत्याशियों ने तुरंत अपना नामांकन फार्म तहसील गुलाना में जाकर वापस ले लिया. इस दौरान ग्राम कुडाना के सभी वरिष्ठ नागरिक उपस्थित थे.

दो गांवों को मिलाकर बनी नई पंचायत 
ग्राम पंचायत दास्ताखेड़ी से दो गांव कुड़ाना और वजीरपुर को अलग करके नई पंचायत कुड़ाना को बनाया गया है. इसमें कुल 1200 मतदाता हैं और दोनों गांवों के मिलकर 10 वार्ड बनाए गए हैं. सरपंच पद के 6 उम्मीदवार थे,लेकिन आज नाम वापसी के बाद अब यहां निर्विरोध सरपंच बनेगा.ग्रामीणों ने सरपंच पद के सभी 6 उम्मीदवारों से चर्चा की और गांव में निर्विरोध सरपंच बनाने की बात रखी. 6 में से किसको सरपंच बनाया जाएं, इसके लिए सभी ने फैसला भगवान पर छोड़ा था. गांव के सभी लोग मंदिर में इकट्ठा हुए और बालिका से पर्ची उठवाकर सरपंच बना लिया.

Trending news