रायपुर AIIMS में फिर रैगिंग, कमरे में बंद कर जूनियर्स के साथ किया ऐसा काम; कई छात्र बेहोश!
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रायपुर AIIMS में फिर रैगिंग, कमरे में बंद कर जूनियर्स के साथ किया ऐसा काम; कई छात्र बेहोश!

AIIMS Ragging Case: रायपुर एम्स से एक बार फिर रैगिंग का मामला सामने आया है. जहां सीनियर्स ने पहले जूनियर्स छात्रों को कमरे में बंद किया, फिर रात को ठंड में बाहर घुमाया. इस दौरान कई छात्र बेहोश हो गए. 

 

रायपुर AIIMS में फिर रैगिंग, कमरे में बंद कर जूनियर्स के साथ किया ऐसा काम; कई छात्र बेहोश!

CG Raipur AIIMS Ragging Case: रायपुर अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान ( AIIMS) में रैगिंग का मामला सामने आया है. जहां MBBS 2023 बैच के छात्रों के समूह के साथ रैगिंग हुई है. इन छात्रों का आरोप है कि उनके सीनियर्स ने पहले एक कमरे में बंद किया, फिर ठंड में बाहर घुमाया. इस रैगिंग के दौरान कई छात्राएं बेहोश होकर गिर गई थी. 

ये है पूरा मामला

जानकारी के मुताबिक,  AIIMS में MBBS 2023 बैच के छात्रों के समूह के साथ रैगिंग हुई है. रात 12 बजे सीनियर्स ने इन सभी छात्रों को एक समूह में बुलाकर एक छोटे से कमरे में बंद कर दिया गया. जिससे छात्रों को सांस लेने में दिक्कत हुई. इसके बाद छात्रों को रात 2 बजे  टी-शर्ट में  बास्केटबॉल ग्राउंड में जाने को मजबूर किया. इस दौरान कई छात्राएं बेहोश हो गईं.  हैरानी की बात यह है कि गॉर्ड से शिकायत के बाद भी कोई मदद नहीं की गई. छात्रों की शिकायत के बाद यह मामले सामने आया है. 

जानिए कैसे हुआ खुलासा

दरअसल, सामूहिक रैगिंग से पीड़ित एक छात्र ने सोसायटी अगेंस्ट वायलेंस इन एजुकेशन यानी SAVE से मामले की लिखित में शिकायत की. जिसकी पुष्टि सुप्रीम कोर्ट एंव SAVE की लीगल हेड मीरा कौर पटेल ने की. उन्होंने कहा कि रायपुर एम्स से किसी स्टूडेंट से एक ई-मेल मिला है, जिसमें बताया गया है कि उनके साथ रैगिंग हुई है. रायपुर एम्स ने इस पर कोई उचित निर्णय नहीं लिया, कॉलेज बहुत सीरियसली इस इंसिडेंट को नहीं ले रहा है.

हेल्पलाइन नंबर पर भी की शिकायत

बता दें कि  रायपुर में लगातार मेडिकल इंस्ट्रीट्यूशन में रैगिंग के मामले सामने आ रहे हैं. हाल ही में रायपुर के शासकीय मेडिकल कॉलेज में सामूहिक रैगिंग का मामला आया था. वहीं, अब ताजा मामला रायपुर एम्स से आया है. मेडिकल छात्रों के साथ सामुहिक रैगिंग का यह मामला गरमा गया है. रैगिंग से पीड़ित जूनियर छात्रों ने रैगिंग की शिकायत हेल्पलाइन नंबर और एंटी रैगिंग के लिए काम करने वाली संस्थाओं से की है. शिकायत में आरोप लगाया गया है कि सीनियर्स ने MBBS 2023 बैच के छात्रों के समूह के साथ हुई रैगिंग की घटना को अंजाम दिया है.

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