Betul Vidhan Sabha Chunav Result 2023: मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव रिजल्ट (Election Result 2023) के लिए मतगणना पूरी हो गई है. यहां हम आपको बैतूल (Betul News) जिले की बैतूल विधानसभा (Betul Vidhan Sabha Result) का रिजल्ट बता रहे हैं.
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Betul Vidhan Sabha Chunav Result: मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव (Vidhan Sabha Chunav Result) की मतगणना पूरी हो गई है. बीजेपी के हमेंत विजय खंडेलवाल ने कांग्रेस प्रत्याशी निलय विनोद डागा को हरा दिया है. बीजेपी ने इस सीट पर करीब 15,533 वोटों से जीत दर्ज की है.
बता दें कि राज्य में कुल 77.15 फीसदी मतदान हुआ था. ये साल 2018 के चुनावों के मुकाबले 2 फीसदी ज्यादा है. आइये इससे पहले समझते हैं बैतूल जिले (Betul News) की बैतूल सीट (Betul Vidhan Sabha Result) में जनता ने किसे पक्ष में मतदान किया है और यहां के समीकरण के साथ चुनावी इतिहास क्या है.
2023 चुनाव परिणाम
बीजेपी प्रत्याशी- हमेंत विजय खंडेलवाल (109183) वोट
कांग्रेस प्रत्याशी - निलय विनोद डागा ( 93650) वोट
बीजपी की 15533 वोटों से जीत
कौन-कौन है प्रत्याशी
बैतूल की अमला से विधानसभा चुनाव 2023 के लिए बीजेपी ने हेमंत खंडेलवाल को मैदान में उतारा है. उनके सामने कांग्रेस ने निलय डागा को चुनाव मैदान में उतारा है. चुनाव कैंपेन के दौरान दोनों दलों में कड़ी टक्कर देखने को मिली थी. अब परिणाम में जनता का फैसला साफ है.
कितना हुआ है मतदान
विधानसभा चुनाव के लिए पूरे मध्य प्रदेश के साथ ही सीधी में 17 नवंबर को मतदान हुआ था. इसमें इलाके की जनता ने बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया और अगली सरकार में सहभागिता के लिए अपने विधायक का चुनाव किया. बैतूल की बात करें तो यहां कुल 82.03 फीसदी मतदान हुआ था. वहीं अगर बैतूल विधानसभा की बात करें तो यहां के 81.94 फीसदी लोगों ने मतदान किया था.
2018 चुनाव परिणाम
बैतूल में 2018 के चुनाव परिणाम की बात करें तो यहां से बीजेपी की टिकट पर चुनाव लड़ रहे हेमंत खंडेलवाल अपने कांग्रेस के मुख्य प्रतिद्वंदी विनोद डांगा से चुनाव हार गए थे. साल 2018 में बैतूल में जनता ने बीजेपी को- 75 हजार वोट दिए थे. इस चुनाव में कांग्रेस के खाते में कांग्रेस- 96 हजार वोट पहुंचे थे. जबकि, अन्य के खाते में अन्य- 16 हजार वोट गिरे थे.
2023 से पहले मध्य प्रदेश में 2018 में विधानसभा चुनाव हुए थे. जिसमें कांग्रेस ने सरकार बनाई थी. हालांकि, 2020 में सेनेरियो बदला और सिंधिया के साथ बगावत कर कुछ विधायक भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए. इसके बाद शिवराज सिंह चौहान ने सरकार बनाई और प्रदेश की 28 सीटों पर उपचुनाव हुए.