महज 25 साल की उम्र में DSP बना किसान का बेटा, घर के इस सदस्य को दिया सफलता का श्रेय
Advertisement
trendingNow1/india/madhya-pradesh-chhattisgarh/madhyapradesh2031591

महज 25 साल की उम्र में DSP बना किसान का बेटा, घर के इस सदस्य को दिया सफलता का श्रेय

MPPSC Result: एमपीएससी का रिजल्ट आया जिसमें इस बार लड़कियों ने बाजी मारी है. टॉप 10 में 7 लड़कियां है. खास बात यह है कि ग्रामीण एरिया से आने वाले लड़के-लड़कियों ने भी प्रदर्शन अच्छा किया है. 

 

महज 25 साल की उम्र में DSP बना किसान का बेटा, घर के इस सदस्य को दिया सफलता का श्रेय

MPPSC Result: मध्य प्रदेश पीएससी (MPPSC) के रिजल्ट में सामान्य परिवारों से आने वाले आवेदकों ने बाजी मारी है.  सतना की प्रिया पाठक (Priya Pathak)ने इस परीक्षा में प्रथम स्थान प्राप्त किया है. ऐसे ही सीहोर के आशुतोष त्यागी का चयन डीएसपी के पद पर हुआ है. खास बात यह है कि अनुराग किसान परिवार से आते हैं और उन्होंने कड़ी मेहनत के बाद यह मुकाम हासिल किया है. रिजल्ट आने के बाद से ही परिवार और गांव में खुशी का माहौल है. गांव और सभी रिश्तेदार आशुतोष को बधाई दे रहे है.

आशुतोष त्यागी बने DSP 

सीहोर जिले के टिटोरा गांव के निवासी आशुतोष त्यागी किसान पुत्र है. मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग की राज्य सेवा परीक्षा 2019 की परीक्षा में इनका 25 साल की उम्र में डीएसपी के पद पर चयन हुआ है. इस गौरवशाली उपलब्धि के मौके पर परिजनों में खुशी का माहौल है. अपनी जर्नी के बारे में बात करते हुए बताया कि वो रोजाना 10 से 12 घंटे की पढ़ाई करते थे. ग्रामीण परिवेश में पले-बढ़े आशुतोष अपनी सफलता का श्रेय अपनी कड़ी मेहनत और धीरज को देते हैं. 

दादाजी को दिया सफलता का श्रेय 

त्यागी ने अपनी इस सफलता का श्रेय अपने दादाजी मोहनलाल त्यागी से मिले मार्गदर्शन और प्रेरणा को दिया. अपनी सफलता के लिए अपने चाचा दीपक त्यागी के परीक्षा की तैयारी के दौरान दिए हौसले को भी याद किया. उन्होंने कड़ी मेहनत के साथ अपनी सूझबूझ से और लोगों से मिले मार्गदर्शन एवं हिम्मत को अपनी प्रेरणा का स्रोत बताया.इन सभी ने इन्हें हमेशा प्रेरित किया और तैयारी के दौरान निराश नहीं होने दिया. 

आशुतोष डेढ़ साल पहले ही ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी के पद पर उनका चयन हुआ था और अभी वो उसी पोस्ट पर कार्यरत है. आशुतोष ने शुरूआती पढ़ाई गांव में ही की और आगे की पढ़ाई के लिए सीहोर चले गए. फिर इंदौर में बीएससी एग्रीकल्चर की पढ़ाई की और वही से सिविल सर्विसेज की परीक्षा की तैयारी कर रहे थे. 

चार साल बाद आया MPPSC का रिजल्ट

इस परीक्षा का रिजल्ट 4 साल बाद निकला. अभी केवल 87 प्रतिशत पदों का रिजल्ट और मेरिट लिस्ट जारी हुआ है और 13 प्रतिशत अभ्यर्थी के नाम होल्ड पर रख दिया गया है.नतीजों में 24 DC, 19 DSP, 17 कोषालय अधिकारी समेत अन्य पदों के लिए नतीजे घोषित किए गए है.

Trending news