Manipur News: केंद्र और बिहार में बीजेपी की प्रमुख सहयोगी, नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल (यूनाइटेड) ने मणिपुर के प्रभारी क्षेत्रीमयुम बीरेन सिंह को पद से हटा दिया है.
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Manipur News in Hindi: क्या नीतीश कुमार का मन फिर डोल रहा है? बुधवार दोपहर मणिपुर से आई खबर ने बीजेपी की धुकधुकी बढ़ा दी. कहा गया कि जनता दल (यूनाइटेड) ने बीजेपी नीत सरकार से समर्थन वापस ले लिया है. मणिपुर की जेडीयू इकाई के प्रमुख क्षेत्रीमयुम बीरेन सिंह ने राज्यपाल अजय कुमार भल्ला को पत्र भी लिख दिया. हालांकि, बाद में पार्टी ने सिंह को अनुशासनहीनता के लिए पद से हटा दिया. पार्टी प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा कि जदयू राज्य सरकार का समर्थन करती रहेगी.
'लेटर बम' पर जेडीयू की सफाई
JD(U) के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद ने कहा, 'यह भ्रामक और निराधार है. पार्टी ने इसका संज्ञान लिया है और पार्टी की मणिपुर इकाई के अध्यक्ष को उनके पद से मुक्त कर दिया गया है. हमने NDA का समर्थन किया है और मणिपुर में NDA सरकार को हमारा समर्थन जारी रहेगा. मणिपुर इकाई ने केंद्रीय नेतृत्व से कोई संवाद नहीं किया, उन्हें विश्वास में नहीं लिया गया. उन्होंने (मणिपुर जेडीयू प्रमुख) खुद ही पत्र लिखा था. इसे अनुशासनहीनता मानते हुए उनके खिलाफ कार्रवाई की गई है और उन्हें पद से मुक्त कर दिया गया है... हम NDA के साथ हैं और राज्य इकाई मणिपुर के लोगों की सेवा करती रहेगी और राज्य के विकास में योगदान देगी.'
#WATCH | Delhi: JD(U) national spokesperson Rajeev Ranjan Prasad says, "This is misleading and baseless. The party has taken cognisance of this and the president of Manipur unit of the party has been relieved of his position. We have supported NDA and our support to the NDA… https://t.co/PhAJwAp4xn pic.twitter.com/usvowgta3n
— ANI (@ANI) January 22, 2025
जदयू की समर्थन वापसी का एन बीरेन सिंह के नेतृत्व वाली सरकार की सेहत पर कोई असर नहीं पड़ना था. लेकिन, यह बीजेपी के लिए कान खड़े करने वाला घटनाक्रम होता क्योंकि जेडीयू, बिहार और केंद्र में उसकी प्रमुख सहयोगी है. जदयू ने 2022 के विधानसभा चुनाव में छह सीटें जीती थीं मगर नतीजे आने के बाद उसके पांच विधायक पाला बदलकर बीजेपी में चले गए थे.
कुछ महीने पहले, मेघालय में सत्ता पर काबिज कोनराड संगमा के नेतृत्व वाली नेशनल पीपुल्स पार्टी (NPP) ने भी बीरेन सिंह सरकार से समर्थन वापस ले लिया था.
मणिपुर का सियासी गणित
राज्य में बीजेपी के नेतृत्व वाली सरकार को कोई खतरा नहीं है. 60 सदस्यों वाली मणिपुर विधानसभा में बीजेपी के 37 विधायक हैं. उसे नागा पीपुल्स फ्रंट के पांच विधायकों और तीन निर्दलीय विधायकों का समर्थन भी हासिल है.