सात समंदर पार से आया विदेशी जोड़ा परिणय सूत्र में बंधा, हिन्दू रीति-रिवाजों से की शादी
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सात समंदर पार से आया विदेशी जोड़ा परिणय सूत्र में बंधा, हिन्दू रीति-रिवाजों से की शादी

प्रेम किन्हीं सीमाओं, पदों, वर्गों, के अंतर को नहीं मानता. प्यार का बंधन ऐसा बंधन है जो भले ही विश्वास के नाजुक डोर से बंधा हो पर मजबूत इतना होता है कि पहाड़ों को चीर दे . ऐसा ही विश्वास का रिश्ता दोस्ती में होता है.

सात समंदर पार से आया विदेशी जोड़ा परिणय सूत्र में बंधा, हिन्दू रीति-रिवाजों से की शादी

अजमेर: प्रेम किन्हीं सीमाओं, पदों, वर्गों, के अंतर को नहीं मानता. प्यार का बंधन ऐसा बंधन है जो भले ही विश्वास के नाजुक डोर से बंधा हो पर मजबूत इतना होता है कि पहाड़ों को चीर दे . ऐसा ही विश्वास का रिश्ता दोस्ती में होता है. आज के दौर में युवक और युवती के बीच दोस्ती कब प्यार में तब्दील हो जाए पता ही नहीं लगता है. ऐसा ही एक वाक्य दीपावली के त्यौहार से 1 दिन पूर्व धनतेरस और चतुर्दशी के संयोग पर देखने को मिला. जहां 12 साल बाद पुष्कर आए स्पेन के रुडोल्फो ने अपनी बिजनेस पार्टनर कोलंबिया निवासी लेस्ली से भारतीय हिंदू रीति-रिवाज के अनुसार शादी कर ली .

पुष्कर सरोवर के ग्वालियर घाट पर हुआ विवाह का आयोजन
पुष्कर के ग्वालियर राजघराने के ऐतिहासिक घाट पर हिंदू रीति रिवाज के अनुसार विवाह का आयोजन किया गया. जिसमें पुष्कर के समाजसेवी ज्योति स्वरूप महर्षि ने अपनी पत्नी के साथ कन्यादान की रस्म को निभाया. वैदिक मंत्रोच्चार के बीच विदेशी युगल ने अग्नि के सात फेरे लेकर जन्म जन्म तक रिश्ते निभाने का संकल्प लिया.

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बिजनेस पार्टनर बनी लाइफ पार्टनर

रुडोल्फो बताते हैं कि वह एक लंबे अरसे से लेस्ली के साथ व्यापारिक साझेदारी में थे. उन दोनों को एक दूसरे का साथ इतना पसंद आया कि दोनों ने एक दूसरे के साथ जिंदगी बसर करने का निर्णय ले लिया. रुडोल्फो 12 साल पहले पुष्कर आए थे. पुष्कर की आध्यात्मिक छवि को देखकर तभी उन्होंने पुष्कर में विवाह करने का मानस बना लिया था.

विदेशी युगलों को खींच लाई भारतीय संस्कृति और रीति रिवाज

नवविवाहित विदेशी दंपति ने बताया कि भारतीय संस्कृति और यहां के रीति रिवाज उन्हें बहुत प्रभावित करते थे . साथ ही पुष्कर की आध्यात्मिक छवि ने उनके मानस पटल पर एक विशेष स्थान बना लिया था. जिसके चलते उनका हिंदू धर्म के प्रति रुझान बढ़ता चला गया. नतीजतन उन्होंने हिंदू धर्म में विशेष स्थान रखने वाले पर्व दीपावली से पूर्व धनतेरस पर विवाह करने का शुभ मुहूर्त निकलवाया.

स्थानीय सहित विदेशी पर्यटक बने विवाह समारोह में मेहमान

पुष्कर सरोवर के ऐतिहासिक ग्वालियर घाट पर हुए विवाह समारोह में स्थानीय परिचित दोस्तों के साथ स्पेन, डोमिनिकन रिपब्लिक, इटली और कोलंबिया के विदेशी पर्यटक विवाह समारोह में बतौर मेहमान शामिल हुए . समारोह के अंत में वरमाला का कार्यक्रम आयोजित हुआ जिस में उपस्थित मेहमानों ने नवविवाहित विदेशी दंपति के सुखी दांपत्य जीवन की कामना की.

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