शेखावत गुरुवार को तीर्थ नगरी पुष्कर पहुंचे थे, जहां कस्बे के भट्ट बावड़ी गणेश मंदिर पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने पालिका अध्यक्ष कमल पाठक और उपाध्यक्ष शिव स्वरूप महर्षि के नेतृत्व में उनका फूल मालाओं से स्वागत किया. दरअसल शेखावत अपने एक निजी कार्यक्रम के तहत पुष्कर के निकटवर्ती ग्राम गनाहेड़ा के एक निजी रिसोर्ट में चल रहे कार्यक्रम में शामिल होने आए थे.
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Pushkar: राजस्थान की सरकार ने आंखें मूंद ली हैं और प्रदेश को उपद्रवियों के हवाले कर दिया है. राजस्थान की सरकार नहर परियोजना को लेकर राजनीति कर रही है. प्रदेश की 40% आबादी से गहलोत सरकार पानी पीने का अधिकार छीन रही है, यह कहना था जोधपुर से लोकसभा के सांसद और केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत का.
शेखावत गुरुवार को तीर्थ नगरी पुष्कर पहुंचे थे, जहां कस्बे के भट्ट बावड़ी गणेश मंदिर पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने पालिका अध्यक्ष कमल पाठक और उपाध्यक्ष शिव स्वरूप महर्षि के नेतृत्व में उनका फूल मालाओं से स्वागत किया. दरअसल शेखावत अपने एक निजी कार्यक्रम के तहत पुष्कर के निकटवर्ती ग्राम गनाहेड़ा के एक निजी रिसोर्ट में चल रहे कार्यक्रम में शामिल होने आए थे.
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बलात्कार पीड़ितों को बलात्कारियों के हवाले कर दिया
पत्रकारों से बातचीत के दौरान शेखावत ने प्रदेश की कानून व्यवस्था को लेकर गहलोत सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि राज्य की सरकार आंखें मूंदकर सिर्फ अपनी कुर्सी बचाने को प्राथमिकता देकर काम करने में जुटी है. एक और जहां प्रदेश को उपद्रवियों के हवाले कर दिया है. वहीं दूसरी ओर प्रदेश की खनिज संपदा को माफियाओं के हवाले कर दिया है. प्रदेश में महिलाओं के साथ बढ़ते रेप के मामलों को लेकर भी शेखावत ने राज्य की गहलोत सरकार पर निशाना साधा. शेखावत ने कहा कि राज्य की कानून व्यवस्था इतनी बिगड़ी है कि बलात्कार पीड़ितों को बलात्कारियों के हवाले कर दिया है. राजस्थान की व्यवस्थाएं एक सोचनीय विषय है. प्रदेश की जनता भी इस सारी स्थितियों को गंभीरता से देख रही है.
राजस्थान सरकार कर रही पाप
हाल ही में चल रहे पूर्वी नहर परियोजना विवाद पर बोलते हुए शेखावत ने कहा कि देश में कानून स्थापित है. वहीं, राज्यों के दूसरे राज्यों से भी समझौते पूर्व से हो रखे हैं. उन्होंने हाल ही में गहलोत सरकार द्वारा 13 जिलों के कांग्रेस नेताओं के साथ बैठक के बाद दिए गए बयानों पर पलटवार करते हुए कहा कि जब मध्यप्रदेश में कमलनाथ के नेतृत्व में कांग्रेस की सरकार थी तब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को तत्कालीन मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने आपत्ति की चिट्ठी भेजी थी. तब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कमलनाथ को क्या जवाब दिया. आखिर उस वक्त इस मामले का निस्तारण क्यों नहीं किया गया? गहलोत सरकार इस पूरे मुद्दे पर केवल राजनीति कर रही है, जिसके चलते प्रदेश के 14 जिले की 40% आबादी के पानी पीने के अधिकार को छीनना चाहते हैं. इससे बड़ा पाप कोई नहीं हो सकता, जो राजस्थान सरकार कर रही है.
इस दौरान पुष्कर विधायक सुरेश रावत के नेतृत्व में भाजपा के जनप्रतिनिधियों और कार्यकर्ताओं ने पुष्कर सरोवर की ज्वलंत समस्या के संबंध में ज्ञापन देकर पुष्कर सरोवर में जाने वाले बरसाती गंदे पानी की रोकथाम हेतु परियोजना के माध्यम से समस्या निस्तारण की मांग उठाई. शेखावत के स्वागत कार्यक्रम के दौरान भाजपा पुष्कर मंडल अध्यक्ष पुष्कर नारायण भाटी, पार्षद रोहन बाकोलिया, विष्णु सैन, धर्मेंद्र नागोरा, मुकेश कुमावत, कैलाश छिपा सहित भाजपा कार्यकर्ता मौजूद रहे.
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