समाजसेवी रमेश पनवाल राजकीय उच्च माद्यमिक विद्यालय किशनगढ़ बास के मुख्य द्वार के पास 27 अक्टूबर 2015 से निरंतर मिनरल वाटर के कैम्परों में पानी भरवाकर मानव धर्म और समाज सेवा का पुनित कार्य कर रहे हैं.
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Kishangarh Bas: उपखंड अधिकारी कार्यालय के सामने समाजसेवी रमेश पनवाल (सरपंच) राजकीय उच्च माद्यमिक विद्यालय किशनगढ़ बास के मुख्य द्वार के पास निरंतर सात वर्षों से पानी की प्याउ लगाकर प्रतिदिन कस्बे के बाजार और न्यायालय में दूर दराज से आनें वाले हजारों लोग और स्कूली बच्चों को निःस्वार्थ भाव सें पानी पिलाकर आमजन की सेवा में लगे हुए हैं.
किशनढ़ बास उपखंड अधिकारी कार्यालय के सामनें समाजसेवी रमेश पनवाल (सरपंच) राजकीय उच्च माद्यमिक विद्यालय किशनगढ़ बास के मुख्य द्वार के पास निरन्तर सात वर्षों से पानी की प्याउ लगाकर प्रतिदिन कस्बे के बाजार और न्यायालय में दूर दराज से आनें वाले हजारों लोग और स्कूली बच्चों को निःस्वार्थ भाव सें पानी पिलाकर आमजन की सेवा में लगे हुए हैं.
समाजसेवी रमेश पनवाल (सरपंच) राजकीय उच्च माद्यमिक विद्यालय किशनगढ़ बास के मुख्य द्वार के पास 27 अक्टूबर 2015 से निरंतर मिनरल वाटर के कैम्परों में पानी भरवाकर मानव धर्म और समाज सेवा का पुनित कार्य कर रहे हैं, जिसकी क्षेत्र में हर जगह चर्चा होती है. समाजसेवी सरपंच समीपवर्ती ग्राम बोलनी में रहते हैं और प्रतिदिन प्रातः किशनगढ़ बास कस्बे में पंहुच जाते हैं और अपने धार्मिक कार्य में लग जाते है. इस सेवाभावी कार्य को देखते हुए लोगों नें उसे वर्ष 2019 में ग्राम पंचायत चामरोदा का सरपंच चुना जो अब समाज को अपनी सेवाएं दे रहा है.
इस समाजसेवी कार्य की प्रेरणा भी एक अनोखी और दिलचस्प कहानी है कि वर्ष 2015 में किशनगढ़ बास के तत्कालीन थानाधिकारी राजेन्द्र शेखावत द्वारा उनके साथ किए अभ्रद व्यवहार और उसकी गलत नीतियों को लेकर वह 27 अक्टूबर 2015 को उपखंड कार्यालय के सामनें थानाधिकारी राजेन्द्र शेखावत के खिलाफ उनका स्थानान्तरण नहीं होनें तक दृढ़ निश्चय कर अनिश्चित कालीन धरनें पर बैठ गए और उसी दिन से उन्होनें मिनरल वाटर प्लांट से पीने के पानी मंगवाकर धरना स्थल पर रखकर पानी की प्याउ शूरु की थी.
रमेश पनवाल लगातार 303 दिन तक थानाधिकारी राजेन्द्र सिंह शेखावत के खिलाफ धरनें पर बैठे रहे और आखिर दस माह 03 दिन के बाद थानाधिकारी राजेन्द्र सिंह शेखावत स्थानांतरण हुआ और समाजसेवी नें अपना धरना समाप्त किया और उनके द्वारा मिनरल वाटर की प्याउ का निरंतर चालू है, जिससे प्रतिदिन हजारों लोग अपनी प्यास बुझाकर तृप्त होते है.
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