Rajasthan Election 2023: 20 सालों से BJP का गढ़ बन चुकी भीलवाड़ा सीट पर चौंका सकता है अशोक गहलोत का दांव, टेंशन में कांग्रेसी
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Rajasthan Election 2023: 20 सालों से BJP का गढ़ बन चुकी भीलवाड़ा सीट पर चौंका सकता है अशोक गहलोत का दांव, टेंशन में कांग्रेसी

Bhilwara Vidhansabha Seat: भीलवाड़ा सीट का सियासी मिजाज भाजपा और कांग्रेस दोनों के पक्ष में जाता रहा है. जानें यहां का सियासी गणित

Rajasthan Election 2023: 20 सालों से BJP का गढ़ बन चुकी भीलवाड़ा सीट पर चौंका सकता है अशोक गहलोत का दांव, टेंशन में कांग्रेसी

Bhilwara Vidhansabha Seat: भीलवाड़ा जिला वस्त्रनगरी के नाम से पूरे विश्व में विख्यात है, भीलवाड़ा शहरी विधानसभा क्षेत्र में ही अधिकतर वस्त्र उद्योग स्थित हैं, इसलिए भीलवाड़ा को कपड़े के मामले मे एशिया का मैनचेस्टर भी कहा जाता हैं. इस सीट का सियासी मिजाज भाजपा और कांग्रेस दोनों के पक्ष में जाता रहा है. भीलवाड़ा विधानसभा सीट पर अब तक 16 बार चुनाव हुए हैं, इसमें एक उप चुनाव भी शामिल है. इन 16 बार के चुनाव में यहां से सर्वाधिक 8 बार भाजपा को जीत मिली है, जबकि कांग्रेस को 7 बार और एक बार जनता पार्टी के खाते में विधायकी गई है, लेकिन पिछले दो दशक से ये सीट भाजपा का गढ़ बन गई है.

पिछले चार चुनाव से भीलवाड़ा सीट पर कमल ही खिल रहा है. वर्तमान में भाजपा से विट्ठल शंकर अवस्थी यहां से विधायक हैं. विट्ठल शंकर अवस्थी पिछले तीन चुनाव से इस सीट पर दीवार बनकर खड़े हैं. कांग्रेस इस सीट पर जीत हासिल करने के लिए दो दशक से प्रयास कर रही है, लेकिन हर बार उसे सफलता ही हाथ लगी है. यहां वर्ष 1998 में कांग्रेस से विजयी हुए देवेंद्र सिंह विधानसभा उपाध्यक्ष रहे थे.

साल 2018 का विधानसभा चुनाव

वर्ष 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में इस सीट से 17 प्रत्याशियों ने भाग्य आजमाया था. इसमें बीजेपी के विट्ठल शंकर अवस्थी ने कांग्रेस के प्रत्याशी को हराया था. चुनाव में बीजेपी के विट्ठल शंकर अवस्थी को 93198 व कांग्रेस से प्रत्याशी अनिल डांगी को 18941 वोट मिले थे. वहीं, निर्दलीय ओमप्रकाश नारायणीवाल को 43620, बसपा से शंकर लाल सेन को 529 ,एसडीपीआई से अब्दुल सलाम अंसारी को 8468, एलजेपी से इरफान शेख को 154, आम आदमी पार्टी से सुनील आगीवाल को 1388 वोट मिले थे.

भीलवाड़ा शहर विधानसभा क्षेत्र में मोदी कैबिनेट के मंत्री पीयूष गोयल, अर्जुन राम मेघवाल, गजेंद्र सिंह शेखावत शिरकत कर चुके हैं. केंद्रीय कपड़ा मंत्री पीयूष गोयल ने देशभर के कपड़ा उद्यमियों को साधने के लिए मेवाड़ चेंबर ऑफ कॉमर्स के बैनर तले उद्यमियों से भी संवाद किया था. कांग्रेस से दर्जनों मंत्रियों के दौरे और एक सप्ताह में दो-दो बार मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का भीलवाड़ा प्रवास और राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे का किसान सम्मेलन भी मतदाताओं को रिझाने के लिए हो चुका है.

जातीय समीकरण

भीलवाड़ा शहर विधानसभा क्षेत्र में जीत किसको मिलेगी इसे ब्राह्मण, वैश्य जिसमें (माहेश्वरी, अग्रवाल, व जैन) मतदाता तय करते हैं. जिस तरफ इन दोनों वर्ग का झुकाव रहता है, जीत का सेहरा उसके सिर बंधता है. इस सीट पर इसी फैक्टर को साधते हुए अब तक पार्टियों को जीत मिलती रही है. भीलवाड़ा विधानसभा सीट पर करीब 70,000 ब्राह्मण , 40,000 वैश्य मतदाता हैं. वहीं, एससी 45000, मुस्लिम 25000, सिंधी 10000, रावणा राजपूत 20000, गुर्जर 5000 व जाट मतदाता 5000 हैं.

2023 का विधानसभा चुनाव

भाजपा से ये हैं प्रमुख दावेदार

वर्तमान विधायक विट्ठल शंकर अवस्थी मजबूत दावेदार हैं. वहीं सिखवाल ब्राह्मण समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष तेजमल पांडे, भाजपा जिलाध्यक्ष लादू लाल तेली ने भी दावेदारी जताई है. साथ ही नगर परिषद सभापति राकेश पाठक, अनिल बल्दवा सहित कई पदाधिकारियों के नाम चर्चा में बने हुए हैं.

कांग्रेस से यह हैं प्रमुख दावेदार

भीलवाड़ा विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के टिकट को लेकर सबसे प्रबल दावेदार के रूप में पूर्व कांग्रेस प्रत्याशी अनिल डांगी, ओम नारायणीवाल, हेमेंद्र शर्मा, अविचल व्यास के नाम की चर्चा बनी हुई है. लेकिन विगत कुछ दिनो से भीलवाड़ा की राजनीति ने एक और नाम चर्चा का विषय बना है वो है मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के ओ एस डी लोकेश शर्मा का. भीलवाड़ा की राजनीति में शर्मा की एंट्री ने ना सिर्फ कांग्रेस बल्कि भाजपा के लिए भी चर्चा का विषय खड़ा कर दिया है. कांग्रेस के कद्दावर नेता जहां शर्मा का नाम भीलवाड़ा सीट से पचा नहीं पा रहे हे तो वहीं भाजपा के लिए भी साफ छवि के ब्राह्मण नेता की एंट्री चुनौती बन रहा है.

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