Bharatpur News: जसवंत प्रदर्शनी एवं पशु मेले का शुभांरम्भ, आयोजित होंगे ये कार्यक्रम
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Bharatpur News: जसवंत प्रदर्शनी एवं पशु मेले का शुभांरम्भ, आयोजित होंगे ये कार्यक्रम

Bharatpur latest News: भरतपुर की ऐतिहासक जसवंत प्रदर्शनी एवं पशु मेले का आज शुभांरम्भ हो गया हैं. जिला कलेक्टर लोकबंधु और पुलिस अधीक्षक मृदुल कच्छावा के द्वारा मेले की शुभांरम्भ कर दी हैं. मेले का समापन 27 अक्टूबर को किया जाएगा.

 

फाइल फोटो

Bharatpur News: भरतपुर की ऐतिहासक जसवंत प्रदर्शनी एवं पशु मेले का आज शुभांरम्भ हो गया हैं.
जिला कलेक्टर लोकबंधु और पुलिस अधीक्षक मृदुल कच्छावा ने विधिवत पूजा-अर्चना और झंडारोहण कर मेले की शुभांरम्भ कर दी हैं. 

पूरी खबर

जसवंत प्रदर्शनी एवं पशु मेले का आयोजन हर वर्ष दशहरा के अवसर पर किया जाता है. यह मेला उत्तर भारत का प्रसिद्ध मेला है.  इस मेले में उत्तर प्रदेश ,हरियाण, मध्य प्रदेश, दिल्ली से व्यापारी अपना कारोबार करने आते थे. पशु मेले में व्यापारी पशु बेचने और खरीदने के लिए आते थे. प्रदर्शनी में किसानों को पशुपालन, कृषि, बीज, खेती के लिए उपयोग में आने वाले उपकरण की जानकारी भी दी जाती थी. 

भरतपुर की जसवंत प्रदर्शनी एवं पशु मेले में शहर व आसपास के गावों से हजारों की संख्या में लोग मेला देखने आते थे. इस मेले में विभिन्न प्रकार की खेल व पशु प्रतियोगिताओं, सर्कस, मौत का कुआ, कुश्ती प्रतियोगिता, पशु प्रतियोगिता ,कवि सम्मेलन, नोटंकी सहित कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता हैं.  जिसमें देश के नामी पहलवान कुश्ती दंगल में कुश्ती लड़ने आते हैं.

मेले में  विभिन्न राज्यों के व्यापारी अपना व्यापार करने के लिए पहुंचते हैं.  मेले में स्थित कच्ची पक्की दुकानों की बुकिंग करते हैं. इस दौरान यहां कपड़ा व्यापार भी लगता है, जिससे ग्रामीण क्षेत्र के लोग यहां अपने कपड़े खरीद सकते हैं. मेला देखने आने वाले लोगों के लिए चाट और मिठाई सहित अनेक प्रकार के व्यंजनों की दुकान लगती हैं, जो मेले को आकर्षित बनाती हैं. साथ ही प्रदर्शनी में किसानों को पशुपालन, कृषि, बीज, खेती के लिये उपयोग में आने वाले उपकरण की जानकरी भी दी जाती है

आपको बता दें कि जसवंत प्रदर्शनी एवं पशु मेला की शुरुआत सन 1920 में महाराज किशन सिंह ने अपने पिता महाराजा जसवंत सिंह की याद में किया था. इस वर्ष मेले को 103 साल पूरे हो गए हैं. जिले के आसपास के क्षेत्र के लोगों को इस मेले का इंतजार रहता है. 

मेले में पशु प्रतियोगिता, भजन जिकड़ी, नौटंकी ,ढोला गायन ,कुश्ती दंगल ,रावण दहन और सांस्कृतिक संध्या, बाजार प्रतियोगिता के साथ पारितोषिक वितरण एवं समापन कार्यक्रम के साथ मेले का समापन 27 अक्टूबर को किया जाएगा.

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