Rajasthan Birdflu: राजस्थान के फलौदी क्षेत्र में बर्ड फ्लू के मामले सामने आने के बाद भरतपुर की केवलादेव बर्ड सेंचुरी में भी सतर्कता बरती जा रही है. भरतपुर बर्ड सेंचुरी में पर्यावरण और पशु चिकित्सा विभाग की टीमें तैनात की गई हैं. ये टीमें पार्क में आने वाले पक्षियों पर पैनी नजर बनाए हुए हैं और उनकी गतिविधियों को ध्यानपूर्वक ऑब्जर्व कर रही हैं.
हालांकि राहत की बात यह है कि अभी तक केवलादेव बर्ड सेंचुरी में किसी भी पक्षी में बर्ड फ्लू के लक्षण दिखाई नहीं दिए हैं. इसके बावजूद बर्ड सेंचुरी प्रशासन पूरी तरह अलर्ट मोड पर है. क्योंकि यह समय प्रवासी पक्षियों के आगमन का है सर्दियों की शुरुआत के साथ ही हर साल बड़ी संख्या में माइग्रेटरी बर्ड्स केवलादेव पार्क में आती हैं.
इन दिनों पार्क मे विभिन्न प्रजातियों के पक्षियों का जमावड़ा देखने को मिल रहा है. केवलादेव के डीएफओ मानस सिंह ने बताया कि फलौदी में हुए बर्ड फ्लू के मामले ने डेमोसियल क्रेन जैसे महत्वपूर्ण प्रवासी पक्षियों को लेकर चिंता बढ़ा दी है. डेमोसियल क्रेन जिसे स्थानीय भाषा में कुरजां कहा जाता है.
इस मौसम में केवलादेव बर्ड सेंचुरी में नजर आती है, लेकिन फिलहाल यह पक्षी पार्क में नहीं पहुंचा है. पार्क प्रशासन ने फ्लू के फैलाव को रोकने के लिए विशेष निगरानी तंत्र लागू किया है. बर्ड वॉचिंग टीमें नियमित रूप से पक्षियों की स्वास्थ्य स्थिति का निरीक्षण कर रही हैं. इसके साथ ही बर्ड फ्लू के संभावित लक्षणों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है, ताकि किसी भी अप्रिय स्थिति से समय पर निपटा जा सके.