राजस्थान में भरतपुर के कामां उपखंड के गांव नंदेरा में मुख्य सड़क मार्ग पर जमा पानी और कीचड़ को हटवा कर सड़क बनवाने की मांग को लेकर ग्रामीण महिलाओं द्वारा विधायक राज्यमंत्री जाहिदा खान का काफिला रोकना भारी पड़ गया है.
Trending Photos
Kaman, Bharatpur News: भरतपुर के कामां उपखंड के गांव नंदेरा में मुख्य सड़क मार्ग पर जमा पानी और कीचड़ को हटवा कर सड़क बनवाने की मांग को लेकर ग्रामीण महिलाओं द्वारा विधायक राज्यमंत्री जाहिदा खान का काफिला रोकना भारी पड़ गया है.
काफिला रोके जाने की दूसरे दिन सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधिकारियों ने गांव में नंदेरा पहुंचकर जलभराव वाली सड़क के आसपास और विरोध करने वाले लोगों के घरों की पैमाइश कर लाल निशान लगाकर अतिक्रमण करार दे दिया और पांच दिन मे अतिक्रमण हटाए जाने के निर्देश भी दे दिए गए हैं.
यह भी पढे़ं- पति की हत्या कर आशिक संग रंगरलियां मना रही थी बहू, ससुर ने ऐसे किया भंडाफोड़
वहीं, दूसरी ओर ZEE MEDIA पर प्रमुखता से खबर प्रसारित होने के बाद सार्वजनिक निर्माण विभाग हरकत में आ गया और सार्वजनिक निर्माण के साए कार्यवाहक अधिशासी अभियंता दुलीचंद मीणा मौके पर पहुंचे और आक्रोशित ग्रामीणों से बातचीत कर समझाइश की और जेसीबी मंगा कर जलभराव वाली सड़क से पानी निकासी का काम शुरू करवा दिया है. वहीं, आक्रोशित ग्रामीणों ने दुलीचंद मीणा को अवगत कराया कि नंदेरा से गुड़गांव की ओर जाने वाली सड़क पर विरोध करने वाले लोगों के घरों पर लाल निशान लगाकर अतिक्रमण करार दिया गया है.
ग्रामीणों का कहना था कि सड़क मार्ग पर ही जिस तरह की कार्रवाई की गई है बिना भेदभाव पूर्ण है. इस पूरे सड़क मार्ग पर आने वाले सभी घरों पर लाल निशान लगाने चाहिए थे. यदि अतिक्रमण है तो सभी का समान रूप से हटाया जाना चाहिए.
दुलीचन्द मीणा ने की सड़क मार्ग की पैमाइश
उल्लेखनीय है कि इसी सड़क मार्ग पर ग्राम पंचायत नंदेरा सरपंच मिसलू खान का मकान भी आता है, वह भी अतिक्रमण की श्रेणी में आता है लेकिन विभाग द्वारा आधे सड़क मार्ग पर लाल निशान लगाकर सरपंच सहित अन्य मकानों को छोड़ दिया गया है, जिससे ग्रामीणों में नाराजगी देखने को मिल रही है. ग्रामीणों की बात सुनकर दुलीचन्द मीणा ने अपने कर्मचारियों को पूरे सड़क मार्ग की पैमाइश कर अतिक्रमण की श्रेणी में आने वाले मकानों पर लाल निशान लगाने के निर्देश दिए हैं.
राज्यमंत्री को समस्या बताना पड़ा भारी
ग्रामीणों ने बताया कि लगता है कि जलभराव की समस्या राज्यमंत्री जाहिदा खान को बताना हमें भारी पड़ गया है क्योंकि प्रशासन द्वारा विरोध करने वाले लोगों के मकानों पर लाल निशान लगा दिए हैं. अब शायद एक-दो दिन में हमारे मकानों को तोड़ा भी जा सकता है. ग्रामीणों द्वारा जलभराव की मांग के बाद दूसरे दिन प्रशासन द्वारा की गई कार्रवाई से ग्रामीणों में आक्रोश देखने को मिल रहा है. ग्रामीण इसे राज्यमंत्री की बदले की भावना की गई कार्रवाई बता रहे हैं.
इन लोगों के मकानों को छोड़ दिया गया
ग्रामीण शमशेर खान ने बताया कि सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधिकारियों द्वारा आज गांव नंदेरा निवासी सरूपा पुत्र चैन खॉन, शरीफ पुत्र इस्लाम, आजाद पुत्र इस्लाम, जाहुल खान, सलीम पुत्र हसन मोहम्मद फकरू पुत्र हसन मोहम्मद, आमीन पुत्र सट्टर, सद्दाम पुत्र सट्टर, शब्बीर पुत्र ईसब, अजरू पुत्र ईसब, जुबेर पुत्र समी खान और मुस्ताक पुत्र मोहम्मद खान के मकानों पर लाल निशान लगाकर उन्हें अतिक्रमण करार दे दिया गया है जबकि सरपंच मिसलू खान सहित उसके समर्थकों के मकानों को छोड़ दिया गया है. इससे लगता है कि बदले की भावना से कार्रवाई की जा रही है.
Reporter- Devendra Singh