बांदीकुई, दौसा: दौसा जिले की 2 महिला सरपंच अपने क्षेत्र की सभी बेटियों के लिए अपने खर्चे से ट्रेन से आने जाने के लिए एमएसटी बना कर दे रही हैं, जो पढ़ाई के लिए डेली अप डाउन कर दूरदराज पढ़ने जाती हैं.
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बांदीकुई,दौसा: दौसा जिले में बेटियों को आगे बढ़ाने के लिए 2 महिला सरपंच अपने क्षेत्र की सभी बेटियों के लिए अपने खर्चे से ट्रेन से आने जाने के लिए एमएसटी बना कर दे रही हैं. यह सरपंच उन बेटियों को ट्रेन का पास बना कर दे रही है जो पढ़ाई के लिए डेली अप डाउन कर दूरदराज पढ़ने जाती हैं. इन बेटियों को कोलवा रेलवे स्टेशन से बांदीकुई, दौसा और जयपुर के बस्सी, खातीपुरा, जगतपुरा, गांधीनगर और जयपुर जंक्शन का एमएसटी बना कर दिया जा रहा है ताकि इन बेटियों की पढ़ाई में आवाजाही बाधा नही बने.
बेटियों को आगे बढ़ाने के लिए इस काम को अंजाम दे रही है दौसा के बांदीकुई विधानसभा क्षेत्र की गुड़लिया ग्राम पंचायत की सरपंच सीमा मीणा और कोलवा ग्राम पंचायत की सरपंच अंकिता मीणा सरपंच सीमा और अंकिता मीणा का कहना है शिक्षा ही एक ऐसा माध्यम है जो मंजिल तक पहुंचाती है और घर परिवार समाज प्रदेश और देश को ऊंचाई तक ले जाती है. ऐसे में हम नहीं चाहते हमारे क्षेत्र की कोई भी बेटी आवाजाही के चलते उच्च शिक्षा से वंचित हो, साथ ही जिस सपने को हम साकार नहीं कर सकी हम चाहते हैं उस सपने को हमारे इलाके की बेटियां पढ़ लिखकर पूरा करें.
सरपंच सीमा और अंकिता मीणा की अनूठी पहल:
सरपंच सीमा और अंकिता मीणा की इस अनूठी पहल की चारों तरफ वाहवाही हो रही है वही इलाके की बेटियां भी आवाजाही के लिये निशुल्क ट्रेन की एमएसटी पाकर खुशी जाहिर कर रही है कई बार देखने में आता है आर्थिक तंगी के चलते उनके परिजन बेटियों की पढ़ाई छुड़वा देते हैं ऐसे में इन दोनों महिला सरपंचों की पहल बेटियों को पढ़ाई के लिए एक परवान का काम कर रही है.
बेशक केंद्र और राज्य सरकार महिला सशक्तिकरण और बेटियों को उच्च तालीम देने के लिए भांति भांति की योजनाएं संचालित कर रही हो लेकिन कोलवा सरपंच अंकिता मीणा और गुड़िलीया सरपंच सीमा मीणा की पहल बेटियों में पढ़ाई के लिये एक नया उत्साह और जोश पैदा कर रही है इन सरपंचों की अनूठी पहल की इलाके के ग्रामीण भी जमकर तारीफ कर रहे हैं इन सरपंचों की इस पहल का क्षेत्र के 2 दर्जन से अधिक गांवों की 150 से अधिक बेटियों को लाभ होगा.
पूर्व में कोलवा रेलवे स्टेशन की सरकारी टिकट विंडो को बंद कर दिया गया था. ऐसे में ग्रामीणों की मांग पर फिर से टिकट विंडो शुरू हुई. ऐसे में दोनों पंचायतों की महिला सरपंचों ने इस मुहिम को शुरू किया जिसके चलते रेलवे को भी कोलवा रेलवे स्टेशन से आई मिलेगी साथ ही एक संघर्ष समिति का भी गठन किया गया है जो इस बात की निगरानी करेगी जो भी रेलवे स्टेशन पर बिना टिकट पाया जाएगा उसके ऊपर ₹500 का जुर्माना लगाया जाएगा और वह जुर्माना भी रेलवे में जमा करवाया जाएगा.