जयपुर न्यूज: किसानों को अप्रैल महीने में अच्छी फसल की उम्मीद है.अप्रैल की उम्मीदों के बीच यदि अब बरसात नहीं होती है तो किसान बेचान कर पाएंगे.फसल खराबे के अनुमानित आकंड़ों के माने तो अब तक 10.85 लाख हेक्टेयर फसल बर्बाद हुई है.
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Jaipur: अन्नदाताओं को अप्रैल के महीने से आस है कि अब आसमानी आफत से राहत मिलेगी. मार्च और अप्रैल के शुरूआत में मौसम की मार के बीच ना केवल किसानों की खड़ी फसलें बल्कि कटी हुई उपज भी बर्बाद हो गई.
पश्चिमी विक्षोभ नहीं होगा सक्रिय
मौसम विभाग के अनुसार अप्रैल में मौसम साफ रहने का अनुमान है. अब बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि की आशंका नहीं है.जिससे अब जाने वाले दिनों में अन्नदाताओं को बड़ी राहत मिली है.मौसम विभाग की माने तो अब अप्रैल के महीने में तापमान में बढ़ोतरी होगी और तेज गर्मी के बढ़ने के आसार हैं. इसके साथ साथ कोई पश्चिमी विक्षोभ भी सक्रिय नहीं है.जिस कारण अब आसमानी आफत का दौर थम गया है.
अप्रैल की उम्मीदों पर नहीं फिरेगा पानी
अप्रैल की उम्मीदों के बीच यदि अब बरसात नहीं होती है तो किसान बेचान कर पाएंगे.क्योंकि मार्च में लगातार बारिश के बाद उपज खेतों में रखी रखी गीली हो गई थी.जिस कारण इसे बेचान भी नहीं किया जा सकता था.
सबसे ज्यादा गेहूं की फसल बर्बाद
फसल खराबे के अनुमानित आकंड़ों के माने तो अब तक 10.85 लाख हेक्टेयर फसल बर्बाद हुई है. राजस्थान में सबसे ज्यादा गेहूं की फसल चौपट हुई है.प्रदेश में उत्पादक गेहूं का 10 प्रतिशत उपज बर्बाद होने की आशंका जताई है.गेहूं की 4.69 लाख हेक्टेयर फसल खराबा हुआ है.
सरकारी मदद की आस
हालांकि कृषि विभाग लगातार फसल खराबे को लेकर सक्रिय है.राजस्व विभाग की गिरदावरी के बाद किसानों को मुआवजा दिया जाएगा.किसानों को इंतजार है कि जल्द से जल्द उन्हें पीएम किसान फसल बीमा योजना के तहत सरकारी मददे मिले.मौसम विभाग के अनुसार अप्रैल में मौसम साफ रहने का अनुमान है.
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