Rajasthan News: बीजेपी में इन दिनों संगठनात्मक चुनाव की प्रक्रिया चल रही है. मंडल से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक पार्टी के संविधान के अनुसार चुनाव कराए जाने हैं.
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Rajasthan Politics: सत्ता में महिलाओं की भागीदारी के लिए नारी शक्ति वंदन अधिनियम लाया जा रहा है. बीजेपी भी अब पार्टी में ''नारी शक्ति वंदन'' करने जा रही है. बीजेपी अपने संगठन में महिलाओं को 33 फीसदी हिस्सेदारी देने जा रही है, अर्थात पार्टी में अब मंडल से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक 33 प्रतिशत पदों पर महिलाएं दिखाई देंगी. इसको लेकर प्रदेश बीजेपी ने संगठन चुनाव में काम शुरू भी कर दिया है.
बीजेपी में इन दिनों संगठनात्मक चुनाव की प्रक्रिया चल रही है. मंडल से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक पार्टी के संविधान के अनुसार चुनाव कराए जाने हैं. बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव संभवतः 20 दिसंबर तक हो जाएगा. इस बार भाजपा के संगठन चुनाव में नारीशक्ति वंदन अधिनियम की झलक दिखेगी.
मंडल से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक होने वाले संगठन के चुनाव में महिलाओं को 33 फीसदी पद देने की बात कही जा रही है. भाजपा के प्रदेश संगठन चुनाव अधिकारी नारायण पंचारिया का कहना है कि संगठन चुनाव के आगामी कार्यक्रमों के साथ ही सदस्यता अभियान जारी है. सक्रिय सदस्यों की पहली सूची जारी की जा चुकी है. जिसके अनुसार 30 हजार से ज्यादा सक्रिय सदस्य बन गए है.
अब दूसरी अंतिम सूची 25 नवम्बर को जारी होगी. इसके बाद मंडल अध्यक्ष से लेकर प्रदेश अध्यक्ष तक के चुनाव होंगे. इस बार पार्टी ने तय किया है मंडल में 11 सदस्यीय बूथ समिति में भी कम से कम तीन महिलाओं को शामिल किया जा रहा है. इसी तरह से जिला और प्रदेश स्तर तक 33 फ़ीसदी महिलाओं को जोड़ा जाएगा. पंचारिया ने कहा कि भाजपा ऐसी पार्टी है जो पहले से संगठन में महिलाओं को प्राथमिकता के आगे रखती आ रही है.
मौजूदा भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ पिछले 4 महीने से मनोनीत अध्यक्ष के रूप में कामकाज संभाल रहे हैं. पार्टी सूत्रों की माने तो मदन राठौड़ को ही पार्टी निर्वाचित रूप से अध्यक्ष चुन कर कार्यकाल को आगे बढ़ाएगी.
पार्टी के संगठन चुनाव में मंडल और जिलों में भी नई टीम बना सकती है. इस टीम में नारी शक्ति वंदन अधिनियम की छाप दिखाई दे सकती है, क्योंकि नारी शक्ति वंदन अधिनियम लागू होने के बाद भाजपा संगठन के चुनाव हो रहे हैं.
आगामी विधानसभा और लोकसभा चुनाव को देखते हुए प्रदेश भाजपा ने पार्टी के संगठन में आधी आबादी की भागीदारी बढ़ाने का फैसला किया है. पार्टी ने तय किया है कि राज्य से लेकर बूथ स्तर तक के संगठन में महिलाओं को तरजीह दिया जाएगा. देश मे संदेश देने के लिए महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने के लिए उनको न्यूनतम 33 फीसदी पद देने का निर्णय किया गया है.