जयपुर शहर में 12 फायर स्टेशनों के साथ शहर के अलग अलग 12 पुलिस स्टेशन पर फायर की गाडियां अलर्ट मोड पर खडी हैं.दीवाली के मौके पर आगजनी जैसी घटनाओं से निपटने के लिए अग्निशमन विभाग ने कमर कस ली हैं.विभाग की ओर से आतिशबाजी समेत अन्य कारणों से होने वाली संभावित आगजनी से निपटने के लिए विभाग ने तैयारियां पूरी कर ली है.
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jaipur: जयपुर शहर में 12 फायर स्टेशनों के साथ शहर के अलग अलग 12 पुलिस स्टेशन पर फायर की गाडियां अलर्ट मोड पर खडी हैं.दीवाली के मौके पर आगजनी जैसी घटनाओं से निपटने के लिए अग्निशमन विभाग ने कमर कस ली हैं.विभाग की ओर से आतिशबाजी समेत अन्य कारणों से होने वाली संभावित आगजनी से निपटने के लिए विभाग ने तैयारियां पूरी कर ली है. इसके लिए विभाग ने कर्मचारियों की छुट्टियां कैंसिल कर दी है.साथ ही अपनी 63 गाड़ियों के साथ कर्मचारियों की एक्स्ट्रा ड्यूटी भी लगाई है, जिन्हें 24 घंटे मुश्तैदी से काम करने के निर्देश दिए गए हैं.
नगर निगम ग्रेटर और हैरिटेज के फायर ऑफिसर्स की माने तो दिवाली के दिन राजधानी में फायर ब्रिगेड की गाडियां हर वक्त तैयार रहेंगी.तंग गलियों में 20 फायर बाइक भी आग बुझाती हुई नजर आएंगी दीपावली पर्व पर आगजनी की घटनाओं को काबू पाने के लिए दमकल विभाग पूरी तरह से तैयार है.ताकि आग की सूचना पर तत्काल घटना स्थल पर पहुंचा जा सकें
फायर बिग्रेड ने किए खास इंतजाम
इसके साथ ही दमकल कर्मचारियों की त्यौहारी छुट्टियां निरस्त कर दी हैं.दीपावली के अवसर पर पटाखों से लगी आग को जल्दी काबू में करने के लिए नगर निगम की फायर शाखा ने विशेष व्यवस्था की है.फायर शाखा की विशेष व्यवस्था के तहत फायर स्टेशनों के अलावा थानावाइज तैनात रखा गया हैं.जिससे उस थाना क्षेत्र में लगी आग के स्थान पर जल्दी पहुंचा जा सकें..
नगर निगम ग्रेटर के सीएफओ चीफ फायर ऑफिसर राजेन्द्र नागर ने बताया की राजधानी का क्षेत्रफल बढ़ता जा रहा है.ऐसे में आग की दुर्घटनाएं भी बढ़ रही हैं. बीते साल राजधानी में दीपावली के पांच दिवसीय उत्सव के दौरान 400 से ज्यादा आगजनी की घटनाएं हुई.हालांकि जयपुर की फायर ब्रिगेड ने इन पर समय रहते काबू पाया.लेकिन अब शहर में दो नगर निगम हो गए हैं.ऐसे में फायर डिपार्टमेंट भी दो हिस्सों में विभाजित हो गया हैं.
शहर में मौजूद 12 फायर स्टेशन में से 8 ग्रेटर नगर निगम क्षेत्र में जबकि 4 हेरिटेज नगर निगम क्षेत्र में हैं..शहर में आगजनी की घटनाओं से निपटने के लिए फायर टीम पूरी तरह सक्षम हैं.फिर चाहे बड़ी इमारतें हो या तंग गलियां.इस बार फायर स्टेशन के अलावा 12 पुलिस थानों पर भी तैनात किए जाएंगे.इसके साथ ही अग्निशमन केंद्र पर सीधी सूचना के लिए एक डेडीकेटेड टेलीफोन नंबर भी सार्वजनिक किया गया है..तरल पदार्थ की आग के लिए फॉर्म और शार्ट सर्किट की आग के लिए CO2 स्टिंगुएशर की व्यवस्था भी की गई है.जनता से अपील की है की ज्वलनशील वस्तुओं वाले स्थलों पर पटाखे न छुडाएं.बच्चे बडों के साथ पटाखे छुडाएं.पटाखे छुडाते समय मिट्टी और पानी साथ रखेँ.किसी भी अप्रिय घटना होने पर 100 और 101 नंबर पर सूचना दें.
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ग्रेटर नगर निगम फायर स्टेशन | 8 |
इन जगहों पर फायर स्टेशन | वीकेआई, झोटवाड़ा , बिंदायका, 22 गोदाम, मालवीय नगर, मानसरोवर, सीतापुरा, जगतपुरा अपैरल पार्क |
ग्रेटर नगर निगम में फायर वाहन-छोटी बड़ी दमकल | 41 |
मोटरसाइकिल दमकल | 9 |
एएचएलपी | 1 (72 मीटर) |
मौका मुआयना टीयूवी | 4 |
परमानेंट स्टाफ (फायरमैन और वाहन चालक) | 72 |
कॉन्ट्रैक्ट बेस स्टाफ (फायरमैन और वाहन चालक) | 250 |
हेरिटेज नगर निगम फायर स्टेशन-कुल | 4 आमेर, घाटगेट, बनीपार्क, चौगान |
हेरिटेज नगर निगम में फायर वाहन : | |
छोटी बड़ी दमकल | 22 |
मोटरसाइकिल दमकल 9 | 9 |
एएचएलपी | 1 (42 मीटर) |
मौका मुआयना टीयूवी और रेस्क्यू जिप्सी | 4 जिप्सी |
परमानेंट स्टाफ (फायरमैन और वाहन चालक) | 72 |
कॉन्ट्रैक्ट बेस स्टाफ (फायरमैन और वाहन चालक) | 250 |
.दिवाली पर पटाखे छुड़ाते समय इन बातों का रखे ख्याल
वहीं, दीपावली पर फायर शाखा में शामिल 20 फायर बाइक संकरी गलियों में तत्काल आग बुझाती हुई नजर आएंगी.अत्याधुनिक संसाधनों से लैस 20 फायर बाइकों में से नगर निगम ग्रेटर में नौ और नगर निगम हैरिटेज में 11 बाइकों को तैनात किया गया हैं.जिनकी रिफलिंग करवा दी गई हैं.तंग गलियों में आग लगने पर ये बाइक कारगर साबित होगी.
आगजनी की बढ़ती घटनाएं और उसमें अग्निशमन संसाधन की कमी से हुई अकाल मौतों के बाद अग्निशमन बेड़ा मजबूत होगा.निगम हैरिटेज के चीफ फायर ऑफिसर देवेन्द्र मीना ने बताया की चारदीवारी क्षेत्र में तंग गलियों में बडी गाडियां नहीं पहुंच पाती हैं.ऐसे में काफ़ी जान-माल की हानि हो जाती है..ऐसे में जयपुर अग्निशमन विभाग ने बेड़े में फ़ायर ब्रिगेड बाइक आग बुझाने का काम करेंगी.जो भारी यातायात और मुख्य रूप से संकरी गलियों में कारगर साबित होगी और आग की घटनाओं पर आसानी से काबू पा सकेगी.
कैसी दिखती है ये बाइक
बाइक में 10-10 लीटर क्षमता के दो टैंक होंगे.फिर से पानी भर इन्हें उपयोग में लाया जाएगा.साथ ही आग बुझाने के लिए फोम भी हैं.दीपावली पर्व को देखते हुए अग्निशमन बेडे के कर्मचारी 12-12 घंटों में दो शिफ्टों में काम करेंगे.ताकि दिन हो या रात आपात स्थिति होने पर तुरंत दमकल सुविधा मुहैया कराई जा सके.लेकिन स्मार्ट सिटी की लापरवाही के कारण हाइड्रेंट कनेक्टिविटी नहीं करने से फिर एक बार दमकलों को फेरे लगाने पडेगें.क्योंकि सभी बाजारों में निश्चित दूरी पर हाइड्रेंट की व्यवस्था की गई है..ताकि उन हाइड्रेंट का इस्तेमाल कर फायर वाहनों में पानी भरा जा सके.लेकिन स्मार्ट सिटी अभी भी इसकी कनेक्टिविटी नहीं कर पाया है..ऐसे में हेरिटेज निगम की फायर टीम को फिलहाल ट्यूबवेल हाईड्रेट, अंडरग्राउंड या ओवरहेड वॉटर टैंक से ही काम चलाना होगा और प्रार्थना भी करनी होगी कि पुरोहित जी का कटला जैसे किसी कन्जेस्टेड बाजार में आग ना लगे.
.बहरहाल, हर साल दीवाली पर हमारी असावधानी से कई घटनाएं हो जाती है.कहीं आग लग जाती है तो कहीं आतिशबाजी करते वक्त या पटाखा छोड़ते समय घायल हो जाता है.दीवाली पर खुशियों का इजहार जरूरी है लेकिन कुछ सावधानी बरतनी जरूरी है.हमें यह भी ध्यान रखना चाहिए कि अपनी खुशी की चक्कर में हम दूसरों को नुकसान न पहुंचाएं और पर्यावरण को भी प्रदूषित न करें.
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