राजस्थान चुनाव: आचार संहिता से पहले अशोक गहलोत का मास्टर स्ट्रोक, गौ प्रेम व साधु-संतों के आशीर्वाद से फूकेंगे चुनावी शंखनाद
Advertisement
trendingNow1/india/rajasthan/rajasthan1903730

राजस्थान चुनाव: आचार संहिता से पहले अशोक गहलोत का मास्टर स्ट्रोक, गौ प्रेम व साधु-संतों के आशीर्वाद से फूकेंगे चुनावी शंखनाद

Rajasthan Election 2023: मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने राजस्थान में आचार संहिता से पहले कई बड़े घोषणा कर मास्टर स्ट्रोक खेल दिया है. मानसरोवर में आयोजित गौसेवा सम्मेलन में साधु- संतों का आशिर्वाद लिया. इसके साथ ही मालपुरा, कुचामन और सुजानगढ़ को जिला बनाने की घोषणा.

राजस्थान चुनाव: आचार संहिता से पहले अशोक गहलोत का मास्टर स्ट्रोक, गौ प्रेम व साधु-संतों के आशीर्वाद से फूकेंगे चुनावी शंखनाद

Rajasthan Election 2023: मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने राजस्थान में आचार संहिता से पहले कई बड़े घोषणा कर मास्टर स्ट्रोक खेल दिया है. राजस्थान में इस बार गहलोत ने सीधे- सीधे बीजेपी को साधने की कोशिश की है.

चुनावी आचार संहिता लगने से पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक और मास्टर स्टॉक खेलते हुए मानसरोवर में आयोजित गौसेवा सम्मेलन में संतों का आशिर्वाद लिया. गहलोत ने पहले 19 जिले बनाकर 50 जिलों का राजस्थान करने के बाद आचार संहिता से पहले तीन और जिलों का ऐलान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने किया है.

आचार संहिता से पहले गहलोत ने खेला मास्टर स्ट्रोक

जनभावना और कमेटी की रिकमंडेशन का हवाला देते हुए सीएम गहलोत ने मानसरोवर में आयोजित गोसेवा सम्मेलन में बड़ी घोषणा की. इसके साथ ही कहा कि आगे भी लोगों के सुझाव मिलेंगे तो हम उसका परिक्षण करवाकर जनभावना का ध्यान रखेंगे. तीन नए जिले और बनने के बाद 53 जिलों का राजस्थान होगा. इसके साथ ही सीएम गहलोत ने मानसरोवर में आयोजित गोसेवा सम्मेलन में संतों का आशिर्वाद लिया.

मालपुरा, कुचामन और सुजानगढ़ को जिला बनाने की घोषणा

सीएम गहलोत ने नए जिलों की घोषणा करने के बाद कहा कि अमेरिका में 50 राज्य हो सकते हैं तो छोटे राज्य और छोटे जिले बनते है तो गुड गवर्नेंस होगी. जनता की भावना और कमेटी की रिपोर्ट के बाद जिलों की घोषणा की है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि आगे भी लोगों की मांगों पर सकारात्मक काम करेंगे. इस बात के संकेत सीएम ने सभा में ही दे ​दिए थे, उन्होंने कहा था कि आपकी भावना समझ रहा हूं. आप जिलों से आए हैं, आपकी मांगों पर भी बात करूंगा.

छोटे जिले बनते हैं तो गुड गवर्नेंस - गहलोत

इसके साथ ही मालपुरा को जिला बनाए जाने पर बीसूका उपाध्यक्ष डॉ चंद्रभान ने भी सीएम गहलोत का आभार जताया और कहा कि सरकार ने लोगों की भावना का ध्यान रखा है.
 

गौ सेवा सम्मेलन में साधु संतों का लिया आशीर्वाद 

 नए जिलों की घोषणा से पहले सीएम ने गौ सेवा सम्मेलन में साधु संतों का आशीर्वाद प्राप्त करते हुए गोशालाओं और नंदी शालाओं के लिए कई घोषणाएं की. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि सरकार बनने के बाद पांच साल में तीसरा गोसेवा सम्मेलन है. सरकार ने तीन हजार करोड़ से अधिक का अनुदान गोशालाओं के लिए दिया है.जबकि भाजपा राज में ये अनुदान 500 करोड़ ही था.

ये भी पढ़ें- Rajasthan Caste Census: राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत का बड़ा ऐलान, सरकार बनते ही कराएंगे जाति जनगणना

भाजपा वाले सब नकल कर रहे हैं - गहलोत

सीएम ने कहा कि हम सेवा ही धर्म सेवा ही कर्म की भावना से काम कर रहे है. गायों के लिए कोई कमी नहीं रखी लेकिन नंदी शालाएं जितनी बननी चाहिए थी नहीं बनी.  सीएम ने सरकार दोबारा बनने पर इस दौरान गौशालाओं का अनुदान समय पर देने, नंदियों को गौशाला में रखने और नंदी शालाओं को 12 माह अनुदान देने की घोषणा की. इस दौरान कार्यक्रम में पशुपालन मंत्री लालचंद कटारिया और गोसेवा आयोग के अध्यक्ष मेवाराम जैन भी मौजूद रहे.

Trending news