Rajasthan News: राजस्थान में कन्हैयालाल चौधरी के सिर पर कांटो भरा विभाग है.भ्रष्टाचार खत्म करते हुए जनता को पानी पिलाएंगे,कैसे सफल होगा जेजेएम?
Trending Photos
Rajasthan News: राजस्थान का सबसे विवादित जलदाय महकमा अब नई सरकार में कन्हैयालाल चौधरी के जिम्मे है.राज्य को पानी पिलाने वाले विभाग में भ्रष्टाचार को उखाड़ना कन्हैयालाल चौधरी के लिए सबसे बड़ी चुनौती होगी.जल जीवन मिशन के साथ साथ अमृत 2.0 को संभालना भी बड़ा चुनौतीपूर्ण होगा.
राजस्थान को पानी पिलाने की जिम्मेदारी अब कन्हैयालाल चौधरी के कंधों पर रहगी.जलदाय महकमे के मंत्री की जिम्मेदारी मालपुरा से विधायक कन्हैयालाल को दी गई है.विभाग का नाम पब्लिक हेल्थ इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट जरूर है,लेकिन पिछले कुछ सालों से इस विभाग को पॉलिटिकल हैल्थ के नाम से जाना जाने लगा है.
जल जीवन मिशन में भ्रष्टाचार के मुद्दे को किसी से छिपे नहीं है.दो बार विभाग में ईडी के छापे पडे.तीन चीफ इंजीनियर आरके मीणा,केडी गुप्ता,दिनेश गोयल ईडी की रडार पर है.जी मीडिया से खास बातचीत में कन्हैयालाल चौधरी ने कहा कि जलदाय विभाग में विवादित टैंडर को जल्द ही निरस्त करेंगे.जल जीवन मिशन में 33 वे पायदान से नंबर पर लाएंगे.
चुनौतियां केवल भ्रष्टाचार को खत्म करने की ही नहीं,बल्कि जनता को पानी पिलाने की भी होगी.क्योकि राजस्थान के 70 प्रतिशत ब्लॉक डार्क जोन में है.9 जिले तो ऐसे है जहां 100 प्रतिशत ब्लॉक डार्क जोन में चले गए है.ऐसे में जब जमीन में पानी नहीं होगा तो जल जीवन मिशन में ट्यूबवेल कहां से खोदे जाएंगे और कैसे रैकिंग में सुधार होगा.
इसलिए कन्हैयालाल चौधरी के लिए विभाग की चुनौतियों से निपटना आसान नहीं होगा.इतना ही नहीं बीसलपुर प्रोजेक्ट को वेन्टीलेटर से बाहर निकालना भी किसी पहाड से कम नहीं होगा,क्योकि 50 साल का प्रोजेक्ट 15 साल में ही आईसीयू में चला गया.जिम्मेदार अधीक्षण अभियंता सतीश जैन लगातार फेलियर,लेकिन इसके बावजूद जमे हुए है.
जलदाय विभाग में रोजाना नए नए मुद्दे सामने आते है,उन चुनौतियों से निपटना भी कन्हैयालाल चौधरी के लिए आसान नहीं होगा.राजस्थान के 70 प्रतिशत रीजन तो अतिरिक्त चार्ज पर चल रहे है.चार्ज और रिचार्ज की चर्चाओं के बीच अब आने वाले दिनों में जलदाय महकमे में बडे स्तर पर तबादले होंगे.