Rajasthan News: राजस्थान के ये दो 'टाइगर' संभाल रहे संभल का मोर्चा, जामा मस्जिद बवाल शांत कराने में लगाई जान की बाजी
Advertisement
trendingNow1/india/rajasthan/rajasthan2532087

Rajasthan News: राजस्थान के ये दो 'टाइगर' संभाल रहे संभल का मोर्चा, जामा मस्जिद बवाल शांत कराने में लगाई जान की बाजी

Jaipur News: उत्तर प्रदेश का संभल में जामा मस्जिद परिसर में हुए बवाल को संभालने वाले जिलाधिकारी और एसपी दोनों ही राजस्थान के रहने वाले हैं. आइए जानते हैं इनसे जुड़ी कुछ खास बातें...

Jaipur News Zee Rajasthan

Rajasthan News: इन दिनों उत्तर प्रदेश का संभल जिला काफी सुर्खियों में बना हुआ है. संभल की विवादित जामा मस्जिद परिसर में रविवार को सर्वे के दौरान हुए विवाद के बाद से संभल के जिलाधिकारी (DM) और एसपी एक्शन मोड में नजर आ रहे हैं. जिलाधिकारी डीएम डॉ. राजेंद्र पेंसिया ने हालात को काबू में करने के लिए बाहरी व्यक्तियों एवं जनप्रतिनिधियों के प्रवेश पर 30 नवंबर तक रोक लगाई हुई है. वहीं, एसपी कृष्ण कुमार बिश्नोई भी लगातार मामले पर नजर बनाए हुए है. कौन हैं संबल को संभालने वाले ये दो जाँबाज? आइए जानते हैं....

4 बार असफल होने बाद भी नहीं मानी हार
संभल के जिलाधिकारी डॉ. राजेंद्र पेंसिया राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले के रहने वाले हैं. राजेंद्र का जन्म 10 अगस्त 1983 को हुआ था. राजेंद्र ने कॉमर्स से ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल करने के बाद साल 2005 में कैटेगरी 3 में टीचर बने. सरकारी टीचर की नौकरी के साथ ही राजेंद्र ने सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी भी जारी रखी. पहले प्रयास में यूपीएससी की परीक्षा निकालने में नाकाम रहे, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी. राज्‍य प्रशासनिक सेवा परीक्षा (RAS) पास कर बतौर बीडीओ पोस्टिंग ली. इसके बाद भी वो लगे रहे और साल 2011 में आरएएस एग्जाम में 8वीं रैंक लाकर डिप्‍टी कलेक्‍टर बने. वहीं, यूपीएससी की परीक्षा में 4 बार असफल रहने के बाद आखिरकार 5वी बार उन्हें सफलता हासिल हुई.

बचपन से ही पढ़ाई में तेज थे बिश्नोई
IPS कृष्ण कुमार बिश्नोई राजस्थान के बाड़मेर जिले के रहने वाले हैं. अपनी प्रारंभिक शिक्षा उन्होंने राजस्थान से ही पूरी की. इसके बाद दिल्ली के सेंट स्टीफन कॉलेज से ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की. 2015 में उन्होंने पेरिस स्कूल ऑफ इंटरनेशनल अफेयर्स से अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा में मास्टर किया. इसके बाद एक साल तक यूनाइटेड नेशन के ट्रेड सेंटर में 30 लाख रुपये सालाना पैकेज वाली नौकरी भी की. फिर उन्होंने भारत आने का फैसला लिया. यहां उन्होंने एमफिल कर विदेश मंत्रालय में कुछ समय तक नौकरी की. साथ ही सिविल सर्विस की तैयारी भी की, लेकिन पहले प्रयास में उन्हें असफलता हाथ लगी. फिर भी उन्होंने हार नहीं मानी और दुसरे प्रयास में यूपीएससी क्रैक कर लिया. 

ये भी पढ़ें- ये कैसा कंटेंट! बीच सड़क पर युवाओं ने कार से किया खतरनाक स्टंट, वीडियो कर देगा हैरान

राजस्थान की ताज़ा ख़बरों के लिए ज़ी न्यूज़ से जुड़े रहें! यहाँ पढ़ें Rajasthan News और पाएं Latest Rajasthan News हर पल की जानकारी। राजस्थान की हर खबर सबसे पहले आपके पास, क्योंकि हम रखते हैं आपको हर पल के लिए तैयार। जुड़े रहें हमारे साथ और बने रहें अपडेटेड!

Trending news