बीजेपी ने टोंक जिले के मालपुरा में हुई इस घटना में कांग्रेस सरकार पर तुष्टीकरण का आरोप लगाते हुए कहा कि वोट बैंक की राजनीति के चलते मुख्यमंत्री गहलोत आंखें मूंदे बैठे हैं. बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी ने कहा कि उदयपुर में कन्हैयालाल ने भी अपनी सुरक्षा की मांग की थी, सुरक्षा नहीं मिली, उसकी हत्या हो गई. करौली में जय श्रीराम के नारे लगाने पर गिरफ्तार कर लिया जाता है.
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Tonk agitation BJP attack on Rajasthan government: बीजेपी ने मालपुरा में हुई साम्प्रदायिक घटना को लेकर राज्य सरकार पर जमकर हमला बोला है. बीजेपी ने इस मामले सीधे सीधे कांग्रेस सरकार पर तुष्टीकरण का आरोप लगाते हुए कहा कि वोट बैंक की राजनीति के चलते मुख्यमंत्री गहलोत आंखें मूंदे बैठे हैं. बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी ने कहा कि टोंक जिले के मालपुरा में हुई इस घटना में राज्य सरकार का तुष्टिकरण साफ दिखाई दे रहा है.
कुछ युवक हुड़दंग करते हैं, झुंड के साथ आते हैं और गुर्जर समाज के मोहल्ले में तलवारों हथियारों से हमला करते हैं. मालपुरा की घटना में शासन प्रशासन नहीं बचा है. अपराधियों में विश्वास है, लेकिन राज्य सरकार का कोई भय नहीं है. इसी तरह भीलवाड़ा उदयपुर, करौली समेत अन्य घटनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि सरकार के तुष्टीकरण का नतीजा ही है कि लोगों को वेजह जान गंवानी पड़ी.
बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष जाेशी ने राज्य में कानून व्यवस्था पर भी सवाल उठाया. जोशी ने कहा राजस्थान में पुलिस का इकबाल पूरी तरह से खत्म हो चुका है. अपराधियों में पुलिस का नहीं भय नहीं है. उदयपुर में कन्हैयालाल ने भी अपनी सुरक्षा की मांग की थी, सुरक्षा नहीं मिली, लेकिन उसकी हत्या हो गई. करौली में जय श्रीराम के नारे लगाने पर गिरफ्तार कर लिया जाता है. राजस्थान में कानून व्यवस्था पूरी तरह से चौपट हो गई है. जोशी ने आरोप लगाया कि सरकार में गुंडाराज है.
जोशी ने कहा कि बीजेपी की जन आक्रोश यात्रा में जनता का समर्थन मिल रहा है. हर जिले में भूमाफिया, गुंडागर्दी ,भ्रष्टाचार से जनता परेशान हैं. कांग्रेस राज में घोषणाओं के अलावा कोई काम नहीं हो रहा है. केंद्र की योजनाओं को अपना बनाने का काम राज्य सरकार कर रही है. कांग्रेस सावधान रहे जनता सब समझती है.
वहीं राजस्थान विधानसभा उपनेता प्रतिपक्ष डॉ. सतीश पूनिया ने बयान जारी कर कहा कि कांग्रेस सरकार के शासन में तुष्टीकरण की पराकाष्ठा है, प्रदेश के हालातों से ऐसा लगता है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत वोट बैंक की राजनीति के चलते आंखें मूंदे बैठे हैं और बहुसंख्यकों पर लगातार हमले बढ़ते जा रहे हैं. करौली, भीलवाड़ा, उदयपुर, जोधपुर, झालावाड़, अलवर के बाद अब टोंक जिले के मालपुरा कस्बे में बहुसंख्यकों पर समुदाय विशेष द्वारा सुनियोजित हमला करने की जानकारी मिली है, जिसमें कई लोग व पुलिसकर्मी घायल हुए हैं.
मालपुरा कस्बे में घरों में घुसकर भी लोगों पर हमला किया गया, बहन-बेटियों के साथ दुर्व्यवहार किया गया, लेकिन अभी तक मुख्यमंत्री गहलोत ने मामले पर कोई गंभीरता नहीं दिखाई है और हमलावरों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं गई है, लोग डर के माहौल में जी रहे हैं. पूनियां ने कहा मुख्यमंत्री से मांग है कि मालपुरा कस्बे के पीड़ितों को न्याय मिले, उपद्रवियों के खिलाफ ठोस कार्रवाई हो और बहुसंख्यकों का स्वाभिमान और सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित हो.
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पूनिया ने दावा किया कि कांग्रेस शासन में प्रदेश अराजकता की स्थिति में चला गया है, लेकिन 2023 में भाजपा की सरकार बनने पर प्रदेश में कहीं भी अशांति नहीं होगी, कहीं भी दंगा नहीं होगा, कहीं भी उपद्रव नहीं होगा और बहुसंख्यकों सहित पूरे राजस्थान की जनता की सुरक्षा, मान-सम्मान सुनिश्चित करना और शांतिप्रिय राजस्थान बनाना भाजपा सरकार की प्राथमिकता होगी, जिसमें कांग्रेस सरकार पूरी तरह विफल साबित हुई.