जैसलमेर की कलेक्टर टीना डाबी के नवाचार अभियान ‘जैसाण शक्ति’ (लेडीज फर्स्ट) के तहत बालिकाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दृष्टि से आयोजित केलीग्राफी कार्यशाला में एशिया की सबसे छोटी कैलीग्राफी एक्सपर्ट गौरी माहेश्वरी के निर्देशन में केलीग्राफी के हुनर सीखकर जैसलमेर की बालिकाएं अभिभूत हो उठी. उनके लिए यह पहला अवसर था, जिसमें उन्होंने कलेक्टर की पहल और प्रयासों से कैलीग्राफी के गुर सीखे.
यह मौका जिला प्रशासन तथा महिला एवं अधिकारिता विभाग के तत्वावधान में बालिका महाविद्यालय एवं किसनी देवी मगनी राम मोहता राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में आयोजित कैलीग्राफी कार्यशाला का था. मंगलवार को दूसरे दिन भी कैलीग्राफी सीखने की इच्छुक 100 से अधिक बालिकाओं ने गौरी माहेश्वरी द्वारा कैलीग्राफी का प्रशिक्षण प्राप्त किया.
कार्यशाला में कैलीग्राफी प्रशिक्षण के दौरान खुद कलेक्टर टीना टाबी ने भी मौजूद रहकर कैलीग्राफी की बारीकियों को जाना और इस बारे में प्रशिक्षण पाने वाली बालिकाओं से संवाद किया. बालिकाओं ने इस कार्यशाला और कैलीग्राफी में दक्षता का अवसर प्रदान करने के लिए कलेक्टर का आभार जताया और कहा कि उनकी पहल की बदौलत ही जैसलमेर की बालिकाओं को इस नई विधा से रूबरू होने और हुनर सीखने का अवसर मिल पाया है.
कलेक्टर ने इन बालिकाओं से चर्चा करते हुए कहा कि इस विधा को अपना प्रोफेशन बनाकर आत्मनिर्भर बन अपना भविष्य संवार सकती हैं. साथ हीं, उन्होंने जैसाण शक्ति अभियान के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि ये अभियान जिले की नारी शक्ति को विभिन्न क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने सहित उत्कृष्ट प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित के लिए चलाया जा रहा है. कार्यशाला में मंगलवार को स्वच्छ भारत और पर्यावरण के लिए जागरुकता का संदेश संवहित किया गया.
इस दौरान महिला एवं अधिकारिता विभाग के उप निदेशक अशोक गोयल, बालिका महाविद्यालय, जैसलमेर के प्राचार्य अशोक तंवर व जिला शिक्षा अधिकारी रामनिवास शर्मा एवं अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी जितेंद्र सिंह ने केलिग्राफी एक्सपर्ट गौरी माहेश्वरी का धन्यवाद ज्ञापित किया. कार्यशाला में महाविद्यालय एवं विद्यालय स्टाफ ललित कुमार, कैलाशदान रतनू, छगन पंवार, संजीव वर्मा सहित बालिकाओं ने उत्साह से भाग लिया.
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