Jalore: आजादी के अमृत महोत्सव के तहत 75 प्रकार की सामग्री से बनाया गया भारत का मानचित्र
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Jalore: आजादी के अमृत महोत्सव के तहत 75 प्रकार की सामग्री से बनाया गया भारत का मानचित्र

आजादी के अमृत महोत्सव के तहत निकटवर्ती रेवत के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में एक विशेष कार्यक्रम भारत श्रृंगार प्रतियोगिता का आयोजन किया गया.

भारत का मानचित्र

Jalore: आजादी के अमृत महोत्सव के तहत निकटवर्ती रेवत के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में एक विशेष कार्यक्रम भारत श्रृंगार प्रतियोगिता का आयोजन किया गया. जिसमें विद्यार्थियों ने भारत के 75 मानचित्र बनाकर उन्हें बहुआयामी तरीके से सजाया. भारत के श्रृंगार के लिए विभिन्न प्रकार के रंगों, पुष्पों, अनाज आदि का उपयोग किया गया.

कार्यक्रम की थीम थी स्वराज 75
इस वर्ष आजादी के 75 वर्ष पूर्ण होने पर पूरे देश भर में आजादी का अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है. इसी के तहत स्वराज 75 की थीम को लेकर रेवत स्थित राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय के मैदान में भारत के 75 मानचित्र बनाए गए. पूर्व तैयारी के तहत विद्यार्थियों के 75 दलों का गठन किया गया. 75×75 के भूखंड का उपयोग किया गया और भारत भक्ति के रंगों से बने इन 75 मानचित्र पर 75 तिरंगे ध्वज लगाकर 75 दीपक भी सजाए गए.

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इसके अलावा विद्यार्थियों ने भारत के इन मानचित्रों को सजाने के लिए 75 प्रकार की सामग्री का उपयोग किया. जिसमें लाल, केसरिया, पीला, आसमानी, सफेद, हरा, नीला, गुलाबी, सिंदूरी इत्यादि विभिन्न रंग, गुलाब गुलदाउदी हजारा विभिन्न प्रकार की कनेर, चंपा, चमेली अनार इत्यादि विभिन्न प्रकार के पुष्प, गेहूं, बाजरा, चावल, मक्का, अरंडी, ओबरा, जौ, ज्वार, मूंग जैसे धान और विभिन्न फलों का उपयोग किया. इसके अलावा कुछ मानचित्रों को चॉकलेट, बिस्किट, माचिस की तीली पठन सामग्री खेल सामग्री आदि से भी सजाया गया.

मानचित्रों के मध्य 175 सेव द्वारा स्वराज 75 लिखा गया जो विद्यार्थियों के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र रहा. कलात्मकता रचनात्मकता और देशभक्ति के संस्कार के लिए कार्यक्रम के संयोजक शिक्षक और राष्ट्रीय अध्यापक परिषद के सदस्य संदीप जोशी ने बताया कि राष्ट्रीय पर्व के अवसर पर देश में विभिन्न स्थानों पर भारत के बड़े आकार के मानचित्र बनते है. 

साथ ही अनेक स्थानों पर विभिन्न प्रकार की रंगोलियां भी सजाई जाती है. आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर हमने एक विशेष प्रयोग के तहत भारत के मानचित्र में रंगोली सजाने की प्रतियोगिता रखी. इससे विद्यार्थियों में कलात्मकता और रचनात्मकता के विशेष गुणों के विकास के साथ-साथ उन्हें देश भक्ति के संस्कार भी सिंचित होते है. 

विद्यार्थियों ने बहुत उत्साह के साथ कार्यक्रम में सहभागिता की विद्यार्थियों के साथ-साथ विद्यालय स्टाफ के लिए भी यह पहला अवसर था, जब एक साथ इतने सारे सुंदर आकर्षक मानचित्र देखने को मिले. 75 मानचित्रों से सजे विहंगम दृश्य को देखकर विद्यार्थी और ग्रामवासी सभी अभिभूत हुए.

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए संस्था प्रधान छगन पुरी गोस्वामी ने आजादी की लड़ाई के संघर्ष पर विस्तार से प्रकाश डाला और विद्यार्थियों से आह्वान किया कि देश की आन बान और शान जीवन पर्यंत हमारे लिए सर्वोच्च प्राथमिकता पर होनी चाहिए. लगभग 200 वर्षों तक संघर्षरत रहने और लाखों देशभक्तों के बलिदान से हमें यह स्वाधीनता प्राप्त हुई है. 

अतः हमें इसका महत्व समझना चाहिए और देश के गौरव को बढ़ाने के लिए जीवन भर सक्रियता से कार्य करना चाहिए. इस अवसर पर रमेश गर्ग, अनिल प्रजापत, शंकरलाल सुमित कुमार, रणजीत सिंह मीणा, अनीता तिवारी, हरि प्रकाश, नीरज भाटी समेत अनेक ग्रामवासी और पूर्व विद्यार्थी उपस्थित रहे.

Reporter: Dungar Singh

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