Kota latest news: राजस्थान के कोटा शहर में आज विधायक संदीप शर्मा नें राजस्थान विधानसभा में शून्यकाल में न्यू मेडिकल कॉलेज में भर्ती वैभव शर्मा का चिकित्सालय प्रशासन द्वारा लापरवाही के कारण मृत्यु हुई.
Trending Photos
Kota news: राजस्थान के कोटा शहर में आज विधायक संदीप शर्मा नें राजस्थान विधानसभा में शून्यकाल में न्यू मेडिकल कॉलेज में भर्ती वैभव शर्मा का चिकित्सालय प्रशासन द्वारा लापरवाही के कारण हुई मृत्यु का मामला विधानसभा में उठाया और इस हादसे के जिम्मेदार लोगों पर कार्यवाही की मांग की. विधायक संदीप शर्मा ने कहा कि कोटा मेडिकल कॉलेज चिकित्सालय के नये अस्पताल में भर्ती 30 वर्षीय युवक की ऑक्सीजन के मास्क में आग लग जाने से मृत्यु हो गई, जो एक गंभीर घटना है.
विधायक ने कहा कि ऐसी गंभीर घटना होने के बाद भी आज तक दोषियों के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं की गई. प्रशासन चिकित्सालय में अभी तक इन लापरवाही के लिये किसी को जिम्मेदार नहीं बनाया.इस घोर लापरवाही से नवयुवक का परिवार तबाह हो गया. इतनी बड़ी लापरवाही बहुत बड़ा हादसा हुआ है पर अस्पताल प्रशासन आज भी लापरवाह है. विधायक ने कहा कि चिकित्सालय प्रशासन जिम्मेदार तरीके से कार्य नहीं कर रहा है.
यह भी पढ़ें- Rajasthan Election: पश्चिमी राजस्थान की वो सीट जहां जाटों का दबदबा, 2013 में टूटा वर्चस्व तो 2018 में फिर से कब्जा
आये दिन चिकित्सालय में घटनाएं होती रहती है परन्तु चिकित्सालय प्रशासन की लापरवाही के कारण वैभव शर्मा की मृत्यु हुई. विधायक ने कहा कि कोरोना काल में भी चिकित्सालय प्रशासन की लापरवाही के कारण लोगों को अकारण मौत का सामना करना पडा. लोगों को कुप्रबंध के चलते लोग इलाज के लिये भटकते है. चिकित्सालय परिसर में पर्याप्त गंदगी के ढेर पडे है.
यह भी पढ़ें- Dr. Shabbir Ahmed Auti: न्यायाधीश रिटायर हुए तो रोने लगे वकील और अधिकारी, तीन मिनट तक बरसाए फूल, देखें video
कई बार भाजपा कार्यकर्ताओं व सामाजिक कार्यकर्ताओं ने भी चिकित्सा व्यवस्था सुधार करने के लिये प्रशासन सें मुलाकात की परन्तु चिकित्सालय प्रशासन द्वारा आज तक चिकित्सालय व्यवस्थाओं सुदृढ़ नहीं हो पाई. सरकार द्वारा प्रदेश की इतनी बड़ी घटना होने के बाद भी आज तक भी संज्ञान नहीं लिया गया नाहि मृतक के परिजनों को आर्थिक सहायता मिल पाई. विधायक ने सदन में मांग की सरकार इस घटना का संज्ञान लेकर उच्च स्तरीय जांच कमेटी बना कर दोषियों के खिलाफ कार्यवाही कर चिकित्सा व्यवस्थाओं को सुदृढ़ किया जाए और सरकार द्वारा मृतक के परिजनों को आर्थिक सहायता की जायें.