Lok Sabha Chuanv 2024:लोकतंत्र के उत्सव के रूप में हमें मौका मिलता है.जिसके जरिए जनप्रतिनिधि का चुनाव कर सरकार में भागीदारी निभाते हैं.यह मौका आ गया है.मतदान में जितने ज्यादा मतदाताओं की भागीदारी होगी, उतना ही लोकतंत्र मजबूत होगा.
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Lok Sabha Chuanv 2024:लोकतंत्र के उत्सव के रूप में हमें मौका मिलता है.जिसके जरिए जनप्रतिनिधि का चुनाव कर सरकार में भागीदारी निभाते हैं.यह मौका आ गया है.इसलिए सभी सारे काम छोड़कर पहले लोकसभा चुनाव के लिए मतदान अवश्य करें.
मतदान में जितने ज्यादा मतदाताओं की भागीदारी होगी, उतना ही लोकतंत्र मजबूत होगा.यह कहना है मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता का.जयपुर समेत प्रदेश की 12 लोकसभा सीटों पर कल सुबह 7 से शाम 6 बजे तक वोटिंग होनी है.
मतदाता के पास 11 घंटे का समय है.इसके लिए 12 संसदीय सीटों के 24 हजार 370 मतदान केंद्रों पर पोलिंग पार्टियों ने मोर्चा संभाल लिया है.इस बार निर्वाचन आयोग का लक्ष्य इन लोकसभा सीटों पर 75 फीसदी से ज्यादा वोटिंग का है.
पहले चरण में होने वाले चुनाव वाली 12 सीटों की बात करें तो 24 हजार 370 मतदान केंद्रों पर चुनावी मैदान में डटे 114 प्रत्याशियों का भाग्य का फैसला होगा.इसमें 5,729 शहरी, 17,922 ग्रामीण सहित 719 सहायक मतदान केंद्र शामिल हैं.साथ ही मतदान प्रोत्साहन के लिए महिलाओं और युवाओं द्वारा 768-768 और 96 मतदान केंद्र दिव्यांग कार्मिकों द्वारा संचालित किए जाएंगे.
गुप्ता ने बताया की पहले चरण के लिए 12 लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों में 1,14,069 सर्विस वोटर और 2,53,15,541 लाख सामान्य मतदाताओं सहित कुल 2,54,29,610 मतदाता हैं.इनमें 1 करोड 33 लाख 99 हजार 914 पुरुष, 1 करोड 20 लाख 29 हजार 392 महिला मतदाता और 304 ट्रांसजेंडर हैं.यहां 18-19 वर्ष के 7 लाख 98 हजार 520 मतदाता और 20-29 वर्ष आयु के 63 लाख 40 हजार 090 मतदाता हैं.85 वर्ष से अधिक आयु के मतदाताओं की संख्या 2,70,101 और 100 वर्ष से अधिक आयु के मतदाताओं की संख्या 8,699 है.
इन क्षेत्रों में 2,51,250 दिव्यांग मतदाता हैं.गुप्ता ने बताया कि प्रथम चरण के 12 लोकसभा क्षेत्रों में सर्वाधिक मतदाता जयपुर में 22 लाख 88 हजार 793 हैं.जबकि दौसा लोकसभा क्षेत्र में सबसे कम 19 लाख ,03 हजार 520 वोटर हैं.प्रदेश में 100 वर्ष से अधिक उम्र के कुल 8,699 मतदाताओं में से सबसे अधिक संख्या झुंझुनूं लोकसभा क्षेत्र में है.
प्रथम चरण में मतदान वाले 12 निर्वाचन क्षेत्रों के लिए 114 प्रत्याशी चुनाव मैदान में है.इनमें 102 पुरूष और 12 महिलाएं हैं.सर्वाधिक 15 प्रत्य़ाशी जयपुर ग्रामीण और सबसे कम 4 प्रत्य़ाशी करौली-धौलपुर लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में है.उन्होने बताया की शत प्रतिशत मतदान सुनिश्चित करने के लिए निर्वाचन विभाग ने एक और नवाचार किया है.
हैप्पी आवर्स यानि सुबह 7 से 9 बजे के बीच मतदान करने वाले फर्स्ट टाइम वोटर्स को निर्चवान विभाग की तरफ से प्रदेश के सभी मतदान केन्द्रों पर प्रमाण पत्र दिया जाएगा.गुप्ता ने बताया कि कम मतदान प्रतिशत वाले मतदान केन्द्रों पर सुबह 7 से 9 बजे के बीच मतदान करने वाले प्रथम 40 फर्स्ट टाइम वोटर्स को प्रमाण पत्र दिया जाएगा.
साथ ही राज्य के अन्य मतदान केन्द्रों पर सुबह 7 से 9 बजे के बीच मतदान करने वाले शुरूआती 20 फर्स्ट टाइम वोटर्स को हर मतदान केन्द्र पर प्रमाण पत्र दिया जाएगा.नव मतदाता 18 से 24 वर्ष के होंगे, जो लोकसभा चुनाव में पहली बार मतदान करेंगे.
मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता ने बताया कि प्रथम चरण में मतदान वाले गंगानगर, बीकानेर, चूरू, झुंझुनू, सीकर, जयपुर ग्रामीण, जयपुर, अलवर, भरतपुर, करौली-धौलपुर, दौसा और नागौर लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों में चुनाव से संबंधित सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं.स्वतंत्र, निष्पक्ष और पारदर्शी चुनाव के लिए कानून व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं.
पहले चरण में 12 हजार 680 मतदान केंद्रों पर मतदान प्रक्रिया की लाइव वेबकास्टिंग की जाएगी.कंट्रोल रूम के माध्यम से इन बूथों पर निगरानी रखी जाएगी.साथ में क्रिटीकल मतदान केंद्रों पर अतिरिक्त जाब्ता तैनात रहेगा.मतदान कार्य में कुल 29,270 बैलट यूनिट, 29,270 कंट्रोल यूनिट और 31,550 वीवीपैट मशीनें (रिजर्व सहित) उपयोग में ली जाएंगी.
12 लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान प्रक्रिया की निगरानी के लिए 2,367 सेक्टर ऑफिसर तैनात किए गए हैं.यह अधिकारी मतदान दलों के साथ सतत समन्वय बनाकर किसी भी प्रकार की परेशानी का तत्काल निराकरण करेंगे.ईवीएम में तकनीकी खराबी के त्वरित निराकरण के लिए बेल के इंजीनियर भी मौजूद रहेंगे, जो सूचना प्राप्त होने पर शीघ्र केंद्रों पर पहुंचेंगे.
गुप्ता ने बताया कि 1.10 लाख से अधिक मतदान कर्मी मतदान सम्पन्न कराएंगे.सभी बूथों पर मतदान के लिए व्हीलचेयर सहित पेयजल और छाया सहित अन्य आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध हैं.मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि शांतिपूर्ण मतदान सम्पन्न कराने के लिए कुल 76,962 सुरक्षाकर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है.
इनमें राजस्थान पुलिस के कार्मिकों के साथ-साथ, होमगार्ड, फोरेस्ट गार्ड एवं आरएसी जवान तैनात किए गए हैं.केंद्रीय पुलिस बलों की 175 कंपनियां भी मतदान के दौरान कानून व्यवस्था एवं सुरक्षा में सहयोग करेंगी.इन कंपनियों को संवेदनशील क्षेत्रों में तैनात किया गया है.मतदान दिवस पर सघन जांच और निगरानी के लिए प्रत्येक लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में फ्लाइंग स्क्वॉड, एसएसटी दल तैनात रहेंगे.
चुनाव खर्च के लिहाज से संवेदनशील मतदान केंद्रों में अतिरिक्त निगरानी टीमें तैनात की जाएंगी.गुजरात, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, हरियाणा और पंजाब राज्यों से लगती 4,850 किलोमीटर लम्बी अंतरराज्यीय सीमा पर बने चेकपोस्ट पर बाहरी अवांछित व्यक्तियों के प्रवेश को रोकने के उद्देश्य से सीलिंग और चेकिंग की कार्रवाई की जाएगी.
गुप्ता ने बताया कि मतदान के दिन सूचनाओं के त्वरित आदान प्रदान के लिए राज्य और जिला स्तर पर कम्यूनिकेशन टीम बनाई गई है.इस टीम में नियुक्त अधिकारी-कर्मचारी मतदान केंद्रों तक मतदान दलों के पहुंचने की जानकारी, मॉक पोल होने की जानकारी, उसके बाद मतदान शुरू होने, मतदान का प्रतिशत जैसी जानकारियां मतदान केंद्रों पर नियुक्त कर्मचारियों से चर्चा कर संकलित करेंगे.
बहरहाल, हाथ जोड़ते तो किसी के पैर पड़ते नेता.न रोब न रुआब, सिर्फ आग्रह और निवेदन की भाषा.पांच साल में एक बार ही ऐसा सुखद दृश्य देखने को मिलता है.इन सबके बाद अब जिम्मेदारी मतदाताओं पर है कि वे अपने क्षेत्र को किस दिशा और दशा की ओर ले जाना चाहते हैं.अपनी समझ, विवेक और वोट की शक्ति दिखाने का दिन है.
वह दिन जब हम एक वोट से क्षेत्र का नया अध्याय लिख सकते हैं.अपने गांव-शहर-प्रदेश को नई दिशा दे सकते हैं.शहर के पाटों से लेकर गांव-गुवाड़ तक राजनीति की खूब बातें कर लीं.आज मतदाता होने का कर्तव्य निभाने का दिन है.अपना अधिकार दिखाने का दिन है.इसलिए आज निर्भय होकर वोट करें.