खंडार उपखंड क्षेत्र में विद्युत जनित हादसे थमने का नाम नहीं ले रहे. लगातार बिजली निगम अधिकारियों की लाफ़रवाही के चलते सरकारी कार्मिक सहित प्राइवेट कार्मिक हादसों का शिकार होकर अपनी जान गंवा रहे हैं.
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Sawai Madhopur: जिले के खंडार उपखंड क्षेत्र स्थित पादड़ा जीएसएस के अधीन LT विद्युत लाइन में आए फाल्ट को निकालने के दौरान 11KV हाईवोल्टेज हवाई करंट की चपेट में आने से फाल्ट निकाल रहे JVVNL कर्मचारी बाबूलाल मीणा की मौत हो गई.
करंट लगने के बाद साथी कर्मचारी घायल बाबूलाल मीणा को इलाज के लिए सीएचसी खंडार लेकर गए, जहां जांच के बाद चिकित्सकों ने कर्मचारी को मृत घोषित कर दिया. वहीं, हादसे की सूचना पर खंडार उपखंड अधिकारी बंशीधर योगी, थानाधिकारी भगवान लाल मेघवाल सीएचसी पहुंचे और मामले की जानकारी ली. मृतक कार्मिक के परिजनों को हादसे की जानकारी दे दी गई है. परिजनों के पहुंचने पर शव का पोस्टमार्टम किया जाएगा. फिलहाल पुलिस ने शव को मोर्चरी में रखवाया है.
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खंडार उपखंड क्षेत्र में विद्युत जनित हादसे थमने का नाम नहीं ले रहे. लगातार बिजली निगम अधिकारियों की लाफ़रवाही के चलते सरकारी कार्मिक सहित प्राइवेट कार्मिक हादसों का शिकार होकर अपनी जान गंवा रहे हैं. लोगों ने कनिष्ठ अभियंता भूपेंद्र सिंह चौधरी पर आरोप लगाते हुए कहा कि कार्मिकों को उचित संसाधन मुहैया नहीं कराने से हादसे घटित हो रहे हैं. दो माह पूर्व भी विद्युत लाइन खिंचते समय बिजली आपूर्ति शुरू हो जाने से बाजोली गांव निवासी 32 वर्षीय युवक मोहरसिंह गुर्जर की मौत हो गयीं थीं.
वहीं, 3 दिन पूर्व भी FRT टीम का कार्मिक राजेश सैनी विद्युत पोल से नीचे गिरने से घायल हो गया था, जिसने उपचार के दौरान जयपुर हॉस्पिटल में दम तोड़ दिया. उसके बाद आज फिर से हादसा पेश आया जिसमे जेवीवीएनएल कार्मिक बाबूलाल LT लाइन में फाल्ट निकाल रहा रहा था. तभी LT लाइन के ऊपर से गुजर रहीं 11KV हाईवोल्टेज बिजली लाइन का हवाई करंट LT लाइन में दौड़ गया, जिससे निगम कर्मचारी बाबूलाल गम्भीर रूप से घायल हो गया. वहीं, उपचार के दौरान खंडार सीएचसी में घायल ने दम तोड़ दिया.
पहले भी हो चुके हैं हादसे
उपखंड क्षेत्र में विद्युत विभाग की लाफ़रवाही के चलते निगम कार्मिक अपनी जान से हाथ धो रहे हैं. बिजली निगम द्वारा कर्मचारियों को समय पर उचित संसाधन हाथों के दस्ताने, सेफ्टी बेल्ट, सिर के बचाव के लिए हेलमेट, सहित बिजली पोल पर चढ़ने के लिए सीढ़ी उपलब्ध नहीं करवाये जाते हैं, जिसके कारण मजबूरी में सरकारी कर्मचारी और प्राइवेट कार्मिकों को बिजली पोल पर चढ़ना पड़ता है. इस दौरान संतुलन बिगड़ने या विद्युत करंट लगने के कारण हादसों का शिकार होकर अपनी जान गंवा रहे हैं.
Reporter- Arvind Singh Chauhan
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