विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर सवाई माधोपुर स्थित रणथंभौर से एक दुःखद खबर सामने आई है. रणथंभौर के जोन नंबर 6 में आरोटीपी रेंज के तलावटी वन क्षेत्र में चाटया के पहाड़ पर टाईगर टी 34 का शव मिलने से वन्यजीव प्रेमियों में शोक की लहर है.
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Sawai Madhopur: विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर सवाई माधोपुर स्थित रणथंभौर से एक दुःखद खबर सामने आई है. रणथंभौर के जोन नंबर 6 में आरोटीपी रेंज के तलावटी वन क्षेत्र में चाटया के पहाड़ पर टाईगर टी 34 का शव मिलने से वन्यजीव प्रेमियों में शोक की लहर है. टाईगर का शव मिलने की सूचना और वन विभाग के अधिकारियों के साथ ही वनकर्मियों की टीम मौके पर पहुंची और शव को राजबाग नाका वन चौकी लाया गया.
जहां वन विभाग एंव प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में रणथंभौर के पशु चिकित्सकों द्वारा शव का पोस्टमार्टम किया गया और फिर टाईगर के शव का दाह संस्कार कर दिया गया. रणथंभौर के उपवन संरक्षक महेंद्र शर्मा का कहना है कि टाईगर टी 34 का शव 5 से 6 दिन पुराना है. उनका कहना है कि टाईगर का शव ट्रेकिंग रूट से काफी दूर पहाड़ी पर घोर जंगल में दुर्गम जगह पर पड़ा हुआ मिला है.
उपवन संरक्षक का कहना है कि संभवतया टाइगर की मौत किसी अन्य टाइगर से हुए आपसी संघर्ष से हुई है. क्यो की टाइगर की गर्दन एंव पैर पर चोट के निशान है. उनका कहना है कि टाईगर टी 34 करीब 16 वर्ष का उम्रदराज टाइगर है. ऐसे में किसी अन्य टाइगर से हुए संघर्ष में टाइगर टी 34 की मौत हो गई. वन विभाग द्वारा राजबाग नाका वन चौकी पर पोस्टमार्टम के बाद टाइगर टी 34 के शव का दाह संस्कार कर दिया गया. इस दौरान उपवन संरक्षक महेंद्र शर्मा, संजीव शर्मा, एसडीएम कपिल शर्मा, पुलिस उपधिक्षक राजवीर सिंह चंपावत सहित अन्य अधिकारी एंव कर्मचारी मौजूद रहे.
कुंभा टाइग्रेस 22 गायत्री और झुमरू का बेटा था जो नंबर दो पर कुंभा का जन्म हुआ था एक साथ 3 बच्चे जन्मे थे कुंभा तीन भाई थे, जिन्हें 23 24 और 34 के नाम से जाना जाता था. कुंभा टाइगर उस्ताद का भाई था. आपकी संघर्ष की बात करें तो टाइगर t101 से आपसी संघर्ष होने का अंदाजा लगाया जा रहा है. रणथंबोर में आपसी टेरिटरी को लेकर पिछले 6 महीने में कई भागों की मौत हो चुकी है.
Report- Arvind Singh
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