Trending Photos
Sawai Madhopur Politics: आगामी विधानसभा चुनाव से पूर्व ही सवाई माधोपुर में कांग्रेस के दिग्गज नेताओं में आपस में वाक युद्ध शुरू हो गया है . कांग्रेस के बड़े नेता एक दूसरे पर अब खुलेआम जमकर आरोपो की बौछार कर रहे हैं . एक ओर जिला प्रमुख पति डिग्गी मीणा है तो दूसरी और विधायक दानिश अबरार है, तो अब इसी कड़ी में प्रधान पति मुकेश मीणा का नाम भी जुड़ गया है.
सवाई माधोपुर में कांग्रेस पार्टी से जिला प्रमुख सुदामा मीणा के पति डिग्गी प्रसाद मीणा अपने फेसबुक अकाउंट पर विधायक के खिलाफ जमकर आरोप लगाते हुए लगातार कई पोस्ट डाल रहे हैं. जिनमें कई संगीन आरोप विधायक दानिश अबरार पर डिग्गी प्रसाद मीणा लग रहे हैं. अवैध बजरी एंव जमीनों पर अवैध कब्जा व भ्रष्टाचार के अलावा महिलाओं को लेकर भी प्रमुख पति डिग्गी प्रसाद मीणा ने विधायक पर गंभीर आरोप लगाए हैं . सोशल मीडिया पर लगातार आरोपो की बौछार की जा रही है
ताजा घटनाक्रम आज आयोजित हुआ एक कार्यक्रम का भी है . जहां पर पंचायत समिति के नवीन भवन के एक शिलान्यास समारोह में जिला प्रमुख को ना ही आमंत्रित किया गया ना ही आमंत्रण पत्र में जिला प्रमुख का नाम छपवाया गया . कार्यक्रम जब शुरू हुआ तो इसका कारण भी उस वक्त खुलकर सामने आया जब कांग्रेस पार्टी से ही प्रधान निरमा मीणा के पति मुकेश मीणा मुखरित होकर के समारोह में जिला प्रमुख पति डिग्गी प्रसाद मीणा के खिलाफ खुलकर बोले .
यही नहीं इसी कड़ी में नगर परिषद में कांग्रेस बोर्ड में ही उपसभापति के पद पर काबिज अली मोहम्मद भी कांग्रेस पार्टी तथा विधायक के खिलाफ पूरी तरह से मुखरित है . विधायक का परोक्ष रूप से नाम नहीं लेते हुए अपनी सारी पीड़ा कांग्रेस के ही नगर परिषद उपसभापति अली मोहम्मद भी बयां कर रहे हैं.
वहीं सवाई माधोपुर कांग्रेस में चल रहे आपसी घमासान के मध्येनजर विधायक दानिश अबरार सीधे तौर पर किसी नेता का नाम तो नहीं ले रहे लेकिन संकेतो ही संकेतो में यह जरूर कह रहे हैं कि जहर के घूंट को पीना पड़ता है. विधायक दानिश अबरार का कहना है कि वह पहले भी सार्वजनिक हित में लोगों के कार्य करते चले आए हैं तथा आगे भी विकास के कार्यों को लगातार करते रहेंगे और सभी को साथ लेकर चलते रहेंगे. हम सभी को एग्जिट होकर चुनाव लड़ना चाहिए लेकिन अंदरुनी खींचतान परोक्ष रूप से मुखरित हो रही है.
बहरहाल चुनाव से पहले कांग्रेस के नेता जहां विधायक टिकट के लिए जोर आजमाइश कर रहे हैं तो वही एक दूसरे को कोसने में भी कोई कोर कसर बाकी नहीं छोड़ रहे हैं . आने वाले समय में कांग्रेस पार्टी टिकट किसको देगी यह तो भविष्य के गर्भ में है . लेकिन सवाई माधोपुर में कांग्रेस के नेताओं की आपसी खींचतान कांग्रेस के लिए शुभ संकेत नहीं है.
ये भी पढ़ें-
परिवहन मंत्री बृजेंद्र ओला ने दिया बड़ा बयान,कहा-खेल यूनिवर्सिटी नहीं गई है जोधपुर