सवाई माधोपुर के रणथंभौर वन क्षेत्र स्थित कचिदा माता मंदिर परिसर को अवैध अतिक्रमण मानकर वन विभाग के जरिए अतिक्रमण हटाये जाने के आदेशों को निरस्त करने की मांग की.
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Sawai Madohpur: सवाई माधोपुर के रणथंभौर वन क्षेत्र स्थित कचिदा माता मंदिर परिसर को अवैध अतिक्रमण मानकर वन विभाग के जरिए अतिक्रमण हटाये जाने के आदेशों को निरस्त करने की मांग की. इस मांगको लेकर सोमवार रणथंभौर से सटे एक दर्जन से भी अधिक गांवो के सैंकड़ो ग्रामीणों ने भाजपा कार्यसमिति सदस्य आशा मीणा के नेतृत्व में कलेक्ट्रेट के समक्ष जोरदार प्रदर्शन किया और जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा .
कलेक्ट्रेट से पूर्व सैंकड़ो ग्रामीण डीएफओ कार्यालय पहुंचे जहां डीएफओ को भी ज्ञापन सौंपा और उसके बाद सैंकड़ो ग्रामीण आशा मीणा के नेतृत्व में रैली के रूप में कलेक्ट्रेट पहुंचे . ग्रामीणों ने ज्ञापन के माध्यम से बताया कि रणथंभौर वन क्षेत्र स्थित कचिदा माता का मंदिर क्षेत्र के दर्जनों गांवों के ग्रामीणों के लिए आस्था का केंद्र है .कचिदा माता का मंदिर रणथंभौर सेंचुरी घोषित होने से भी सैंकड़ो साल पुराना है और यहां साल भर श्रद्धालुओं के आना जाना लगा रहता है लेकिन वन विभाग के अधिकारियों द्वारा कचिदा माता मंदिर को अतिक्रमण बताकर तोड़ने के आदेश जारी किए गए है जिसे लेकर आस पास के ग्रामीणों में जबरदस्त आक्रोश व्याप्त है.
ग्रामीणों का कहना है कि अगर वन विभाग द्वारा कचिदा माता मंदिर से एक ईंट भी हटाई गई तो ग्रामीण उसे बर्दास्त नही करेंगे और वन विभाग एंव जिला प्रशासन की ईंट से ईंट बजा देंगे .ग्रामीणों का कहना है कि कचिदा माता मंदिर हिंदुओ के लिए आस्था का केंद्र है और अगर वन विभाग द्वारा मन्दिर परिसर में किसी भी तरह की छेड़छाड़ की गई तो ग्रामीणों द्वारा बड़ा और उग्र आंदोलन किया जायेगा ,साथ ही रणथंभौर के गेट भी बंद कर दिए जाएंगे ,जिसकी जिम्मेदारी शासन और प्रशासन की होगी .
Reporter: Arvind Singh
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