Ayodhya news: मेहमानों की आवभगत के लिए अयोध्या में कई प्रकार की सुविधाओं का विकास हो रहा है. इन्हीं में से एक है यहां की आधुनिक टेंट सिटी जिसे अयोध्या विकास प्राधिकरण (एडीए) द्वारा बनाया जा रहा है.
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Ayodhya news: अयोध्या के साथ- साथ पूरा देश रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के एतिहासिक पल का साक्षी बनने जा रहा है. इस दौरान अयोध्या में देश विदेश से कई महमान पहु्ंचने वाले है. उन मेहमानों की आवभगत के लिए अयोध्या में कई प्रकार की सुविधाओं का विकास हो रहा है. इन्हीं में से एक है यहां की आधुनिक टेंट सिटी जिसे अयोध्या विकास प्राधिकरण (एडीए) द्वारा बनाया जा रहा है. ये टेंट सिटीज डबल ऑक्यूपेंसी वाली लग्जरी व सेमी लग्जरी केटेगरी सुइट बेस्ड हैं.
लाखों लोगों के अयोध्या पहुंचने की संभावना
प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में देश-विदेश से लाखों लोगों के अयोध्या पहुंचने की संभावना है. इसे देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश के अनुसार श्रीराम मंदिर तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट व अयोध्या विकास प्राधिकरण की ओर से कई जगहों पर टेंट सिटी बनाई गई है. ये टेंट सिटी प्राण प्रतिष्ठा समारोह से पहले पूरी तरह तैयार कर दी जाएंगी. इस सभी टेंट सिटीओं में होटल से भी बढ़िया सुविधा प्रदान की जाएंगी. एक-एक टेंट सिटी में हजारों लोगों के रुकने की व्यवस्था की गई है.
अलग- अलग जगहों पर हो रहा निर्माण
आपको बता दें कि माझा गुप्तार घाट में 20 एकड़ में टेंट सिटी बनाई जा रही है. ब्रह्मकुंड के पास भी टेंट सिटी बनाई जा रही है. जिसमें 35 टेंट लग रहे हैं. वहीं, रामकथा पार्क में भी 30 टेंट्स की सिटी का निर्माण जारी है. इसी प्रकार तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की ओर से बाग बिजेसी में 25 एकड़ भूमि में टेंट सिटी बनाई जा रही है. इसमें भी एक साथ हजारों लोग रुक सकते है. इसके अतिरिक्त कारसेवकपुरम व मणिराम दास की छावनी में भी श्रद्धालुओं के ठहरने के लिए टेंट सिटी को का निर्माण चल रहा है.
क्या है इनकी खासियत
अगर इन टेंट सिटी की सुविधाओं की बात करें तो वुडन डेक बेस्ड इन टेंट्स में रहने वाले लोगों को शानदार इंटीरियर्स के साथ आराम कुर्सी, सोफे, डाइनिंग लाउंज, पर्सनल वोल्ट, रूम हीटर, एसी व हाई स्पीड इंटरनेट समेत तमाम सहूलियतें मिलेंगी. यहां बोनफायर, कल्चरल इवेंट्स के लिए ओपन एयर थिएटर और सोविनियर शॉप की भी सहूलियत लोगों को मिलेगी. इन टेंट सिटी की खास बात तो ये है कि इनको एक बार बनाने के बाद इनका इस्तमाल 10 सालो तक किया जा सकता है.