Mahakumbh 2025: हठ योग केवल योग नहीं, जानिए क्यों नागा साधु और संत करते हैं सालों साल अभ्यास
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Mahakumbh 2025: हठ योग केवल योग नहीं, जानिए क्यों नागा साधु और संत करते हैं सालों साल अभ्यास

What is Hatha Yoga in Hindi (हठ योग क्या होता है): उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ 2025 नें देश-विदेश से करोड़ों भक्त आए हुए हैं. यहां आए कुछ ऐसे साधु-महात्मा है जो आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं. जो काफी साल से अलग अलग योग पद्धति का अभ्यास कर रहे हैं, उन्हीं में से एक है हठ योग.

Prayagraj Mahakumbh 2025

What is Hatha Yoga in Hindi: (हठ योग क्या होता है): उत्तर प्रदेश के महाकुंभ में आध्यात्मिक उमंग और जोश वहां पहुंचे एक-एक व्यक्ति में देखा जा सकता है. कुंभ में आए नागा साधु को अनोखे रंग-रूप में देखा जा सकता है लेकिन इन सब में सबसे आकर्षक यहां आए साधु-संत है जो सालों से हठ योग करते आ रहे हैं. किसी ने अपने हाथ उठाया हुआ है तो कोई एक पैर पर वर्षों से खड़ा है. कोई अपने माथे पर अन्न उगा रहा है तो किसी ने कोई और कठिन संकल्प लिया है. ऐसे में आइए जानें ये हठ योग क्या होता है? हठ योग के बारे में विस्तार से जानकारी हासिल करें. 

हठ योग की पर‍िभाषा क्‍या है
हठ योग माया हटकर आंतरिक और ईश्वरी शक्ति पर ध्यान केंद्रित करता है. हठ शब्द दो अक्षरों का मेल है जिसमें से ‘ह’ सूर्य से संबंधित है और ‘ठ’ चंद्रमा से संबंधित है. मानव शरीर में ऊर्जा सूर्य ही भरता है व शीतलता का कारक चंद्रमा है. इन दोनों प्राकृतिक ऊर्जाओं को हठयोग का अभ्यास कर संतुलित किया जा सकता है.

हठ योग के अंग (Elements of Hath Yog)
हठ प्रदीपिका के साथ ही अन्य प्राचीन योग सूत्रों में हठ योग के चार अलग अलग अंगों के बारे में बताया गया है जिसमें प्राणायाम, आसन, मुद्रा व नादानुसंधान करने के बारे में बताया गया है. एक संहिता है जिसका नाम घेरण्ड संहिता है, इसमें हठ योग के सात अंगों के बारे में विस्तार से बताया गया है. योगतत्वोपनिषद क भी आठ अंगों होते हैं. ये आठ अंग है- प्राणायाम, प्रत्याहार, यम, नियम, आसन, धारणा, ध्यान और समाधि है.

हठ योग का क्या महत्व है (Hatha Yoga Significance)
प्रयागराज के महाकुंभ में आए अधिकतर नागा साधु व संत-महात्मा हठ योग का अभ्यास करते दिख जाएंगे. दरअसल, ऐसी मान्यता है कि हठयोग परमात्मा को पाने का एक रास्ता हो सकता है. दैवी शक्तियां आशीर्वाद के रूप में पाने के लिए हठ योग किया जाता है. इसे करने से व्यक्ति के ध्यान, बल और ज्ञान में विशेष रूप से वृद्धि होती है. प्राचीन योग शैली का सबसे प्रचंड रूप हठ योग है जिसमें बल और संयम को विशेष रूप से इस्तेमाल में लाया जाता है. जानकारी के मुताबित हठ योग में कई आसन क‍िए जाते हैं. ये आसन हैं. 
भुजंगासन, धनुरासन, गरुड़ासन
वृक्षासन, ताड़ासन, मयूरासन
गुप्तासन, वज्रासन और पद्मासन

हठ योग में क्या क्या किया जाता है
हठ योग में किए गए आसन से शारीरिक मजबूती, संतुलन व शरीर में लचीलापन बढ़ाता है. 
इसके बाद सांस से संबंधी क्रियाएं यानी प्राणायाम करने के बारे में बताया जाता है, इससे शरीर में ऊर्जा का प्रवाह बढ़ता है. 
इसके बाद ध्यान किया जाता है जो व्यक्ति के आध्यात्मिक विकास का कारक बनता है.
हठयोग के आसन करने के लिए घुटने, पैर, हाथ, पीठ और कमर जैसे शरीर के अंगों का मजबूत रहना बहुत जरूरी है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

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