IPS Aniruddh Singh Viral Video: शासन ने IPS अनिरुद्ध सिंह के खिलाफ विभागीय जांच करवाने के आदेश दिए हैं. बिहार निवासी 2018 बैच के आईपीएस अनिरुद्ध पर वाराणसी के एक स्कूल में हुई रेप मामले की जांच के दौरान संचालक से 25 लाख रुपये मांगने का आरोप है.
Trending Photos
IPS Aniruddh Singh: उत्तर प्रदेश के आईपीएस अधिकारी अनिरुद्ध सिंह एक बार फिर चर्चा में हैं. दरअसल, आईपीएस अफसर पर वाराणसी के एक नामी स्कूल के संचालक से 25 लाख रुपये रिश्वत मांगने का आरोप लगा था. इसी रिश्वतखोरी के मामले में वह दोषी पाए गए हैं. अब शासन ने आईपीएस अनिरुद्ध सिंह के खिलाफ विभागीय जांच के आदेश जारी किए हैं.
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, 12 मार्च 2023 को सोशल मीडिया पर अनिरुद्ध कुमार का एक वीडियो वायरल हुआ था. जिसमें अनिरुद्ध सिंह एक नामी स्कूल में बच्ची के साथ हुए रेप के मामले में संचालक को बचाने के एवज में 25 लाख रुपये मांगते नजर आए थे. संचालक ने इस वीडियो कॉल को रिकॉर्ड कर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया था. वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया. मामला संज्ञान में आते ही तत्काल कार्रवाई की गई. शासन के निर्देश पर डीजीपी मुख्यालय ने उनके खिलाफ वाराणसी के पुलिस कमिश्नर को जांच सौंपी थी. पुलिस कमिश्नर ने एसीपी हेडक्वॉर्टर एंड डीआईजी क्राइम संतोष कुमार सिंह को जांच अधिकारी बनाया था. फिलहाल वह जांच में दोषी पाए गए हैं. उनके विधिक कार्रवाई की तैयारी की जा रही है.
क्या था वायरल वीडियो में
अनिरुद्ध सिंह का जो वीडियो वायरल हुआ था, वो एक वीडियो कॉल का था. उसमें आईपीएस कहते हैं कि देखिए लेट करके मत करिए. आज कितना भेज रहे हैं? जिसपर दूसरा व्यक्ति कहता है कि ऐसा है कि आज हम 10 या 20 भेजेंगे. जवाब में आईपीएस हंसते हुए नहीं कर देते हैं. इसके बाद दूसरा व्यक्ति सवाल करता है, "भइया, निकालते हुए शक नहीं होगा लोगों को? दस लाख रुपये जब निकलता है अकाउंट से. अकाउंट में चेक से निकलता है. दिक्कत होती है." इस पर आईपीएस अफसर फिर बोलते हैं, "मिनिमम 25". जवाब आता है अच्छा. IPS फिर बोलते हैं, "आप भेजिए. बाकी मैं तरीका बताता हूं." ये वीडियो उस समय का बताया जा रहा है जब वो मेरठ जिले में तैनात थे. वहीं इस वीडियो को लेकर मेरठ पुलिस ने ट्विटर पर अपने जवाब में कहा था कि 'यह वीडियो दो साल से अधिक पुराना है और इसका मेरठ से कोई संबंध नहीं है.'
उप्र में एक आईपीएस की वसूली के इस वीडियो के बाद क्या बुलडोज़र की दिशा उनकी तरफ़ बदलेगी या फिर फ़रार आईपीएस की सूची में एक नाम और जोड़कर संलिप्त भाजपा सरकार ये मामला भी रफ़ा-दफ़ा करवा देगी।
उप्र की जनता देख रही है कि ये है अपराध के प्रति भाजपा की झूठी ज़ीरो टालरेंस की सच्चाई। pic.twitter.com/JsMAhzRFPU
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) March 12, 2023
गुम हो गए 15 करोड़ से ज्यादा 500 के नोट!, RTI से हुए खुलासे पर अजीत पवार ने सरकार पर साधा निशाना
WATCH: Whatsapp ने लॉन्च किया Channels Feature, जानें किन लोगों को कैसे होगा इसका फायदा