Ghosi Bypoll 2023: घोसी में मुस्लिम वोट हो सकते हैं निर्णायक, दारा सिंह के नामांकन में बीजेपी ने दिखाई ताकत
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Ghosi Bypoll 2023: घोसी में मुस्लिम वोट हो सकते हैं निर्णायक, दारा सिंह के नामांकन में बीजेपी ने दिखाई ताकत

Ghosi Assembly Seat: पिछले दिनों दारा सिंह चौहान ने अपनी विधानसभा सदस्यता और समाजवादी पार्टी से इस्तीफा देकर बीजेपी में शामिल हुए हैं... बीजेपी ने उन्हें एक  बार फिर से चुनावी मैदान में उतारा है...UP के मऊ जिले की घोसी विधानसभा सीट (Ghosi Assembly Seat) पर 5 सितंबर को उपचुनाव के लिए मतदान होगा...

 

 

File photo

Ghosi Assembly Seat: यूपी में घोसी सीट से बीजेपी प्रत्याशी के तौर पर दारा सिंह चौहान ने बुधवार को नामांकन दाखिल किया. बीजेपी ने नामांकन के दौरान पार्टी और गठबंधन की ताकत दिखाई. ऐसे में डिप्टी सीएम बृजेश पाठक और केशव प्रसाद मौर्य भी मौजूद थे. साथ ही बीजेपी की सहयोगी पार्टी अपना दल और निषाद पार्टी के नेता भी साथ रहे, ताकि सपा के बाहुबली प्रत्याशी सुधाकर सिंह के मुकाबले एकजुटता दिखाई जा सके.

उत्तर प्रदेश में मऊ (Mau) जिले के घोसी विधानसभा सीट (Ghosi Assembly Seat) पर 5 सितंबर को उपचुनाव के लिए वोटिंग होनी है. घोसी उपचुनाव के लिए नामांकन की आखिरी तारीख 17 अगस्त है. मतदान 5 सितंबर और परिणाम 8 सितंबर को आएंगे. इसके लिए नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो गई है. गौरतलब है कि बीजेपी ने हाल ही में समाजवादी पार्टी से वापस पार्टी में आए दारा सिंह चौहान को घोसी सीट पर होने वाले उपचुनाव के लिए अपना उम्मीदवार बनाया. बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव और मुख्यालय प्रभारी अरुण सिंह ने उम्मीदवारों की लिस्ट जारी करते हुए बताया था कि घोसी से दारा सिंह चौहान के नाम पर मुहर लगाई थी.

घोसी सीट का क्या है समीकरण?
साल 2022 के यूपी विधानसभा चुनाव में घोसी सीट पर सपा से दारा सिंह चौहान ने जीत हासिल की थी. दारा सिंह चौहान को कुल 1,08,430 वोट मिले थे. वहीं बीजेपी के विजय राजभर को 86,214 मत प्राप्त हुए थे. इसके अलावा तीसरे नंबर पर बीएसपी के वसीम इकबाल रहे थे. वसीम इकबाल को 54,248 वोट मिले थे.

घोसी में मतदाताओं की संख्या
सपा के सामने इस चुनाव में सीट बचाने की चुनौती है और एक बार फिर से अखिलेश यादव के पीडीए यानी पिछड़ा, दलित और अल्पसंख्यक नारे की भी परीक्षा है. अखिलेश यादव के पीडीए की परीक्षा इसलिए भी होगी क्योंकि 4.20 लाख मतदाताओं वाली घोसी सीट पर मुस्‍लिम वोटर करीब 85 हजार हैं. दलित 70 हजार, यादव 56 हजार, राजभर 52 हजार और चौहान वोटर करीब 46 हजार हैं.  इस जातीय समीकरण की वजह से सपा जीत की उम्मीद तो कर रही होगी लेकिन दारा सिंह चौहान की पूर्वांचल में पिछड़ी जाति में आने वाले लोनिया चौहान बिरादरी में अच्छी पकड़ है.

दारा सिंह चौहान ने अपना राजनीतिक सफर बीएसपी से शुरू किया था. 1996 और 2000 में वे राज्यसभा के सदस्य रह चुके हैं. 2009 का लोकसभा चुनाव उन्होंने बीएसपी के टिकट पर घोसी सीट से लड़ा और जीता था. 2015 में चौहान ने बीजेपी ज्वॉइन की और 2017 का यूपी विधानसभा चुनाव लड़ा था.

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