18 साल तक गर्भगृह में रहकर पूजा की, अब दर्शन करने पर लगाया रोक, अघोरी बाबा बम बम नाथ का वीडियो वायरल
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18 साल तक गर्भगृह में रहकर पूजा की, अब दर्शन करने पर लगाया रोक, अघोरी बाबा बम बम नाथ का वीडियो वायरल

Ujjain News : मां शिप्रा नदी किनारे स्थित चक्रतीर्थ शमशान को उज्जैन का सबसे प्रमुख और प्राचीन श्मशान घाट बताया गया है. इसका उल्लेख पुराणों में भी मिलता है. चक्रतीर्थ शमशान घाट पर निवास करने वाले अघोरी बाबा बमबम नाथ का एक एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है. इसमें अपनी पीड़ा जाहिर की है. 

Baba Bam Bam Nath

Ujjain News : शहर में मोक्षदायिनी मां शिप्रा नदी किनारे स्थित चक्रतीर्थ शमशान को उज्जैन का सबसे प्रमुख और प्राचीन श्मशान घाट बताया गया है. इसका उल्लेख पुराणों में भी मिलता है. चक्रतीर्थ शमशान घाट पर निवास करने वाले अघोरी बाबा बमबम नाथ का एक एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है. इसमें अपनी पीड़ा जाहिर की है और बाबा श्री महाकालेश्वर मंदिर के पुजारियों व महंत पर गंभीर आरोप लगाते हुए कह रहे हैं कि मैं बीते 18 साल से श्री महाकालेश्वर मंदिर के गर्भ गृह में बाबा की सेवा कर रहा था, लेकिन कोरोना काल में लॉकडाउन के बाद मंदिर के महंत व पुजारियों ने मिलकर साजिश रची और मेरा प्रवेश मंदिर में बंद करवा दिया. 

महंतों की काली कमाई बंद कर दी 
इसके पीछे का कारण है कि महंत और पुजारियों की काली कमाई मर गई थी. अब मैं सिर्फ शिखर दर्शन करता हूं शिखर दर्शन मेरे शरीर में प्राण है जब तक करता रहूंगा जिससे मुझे कोई नहीं रोक सकता. 

18 साल से तपस्‍या कर रहा 
18 साल से लगातार तपस्या करता आ रहा हूं. ये 20वां साल है. बाबा महाकाल के धाम में लगभग 18 साल गर्भ गृह में रहा. इसके बाद किसी कारण वश पंडितों पुजारियों व महंतों में हिंसा पैदा हुई कि इस बाबा की वजह से हमारी काली कमाई मर गई है. बाबा के रहते कोई हम लोगों के पास आता नहीं है. इन लोगों को मालूम था कि बाबा ने एक दिन भी नागा की तो ये मंदिर नहीं आएगा. एक साजिश के तहत सभी पंडे पुजारी महंतों ने मुझे कोरोना काल में आए लॉकडाउन में रोक दिया. 

जब तक सांस रहेगी आता रहूंगा दर्शन करने 
जिस दिन से रोका मैंने अंदर गर्भ गृह में जाना बंद कर दिया है. मैं अब सिर्फ बाहर से शिखर दर्शन करता हूं. शिखर दर्शन तब तक करता रहूंगा जब तक मेरी जान में जान है. मैं कभी महाकाल का दर्शन की नागा नहीं करूंगा.

देश में 5 सबसे महत्वपूर्ण श्मशान
कहते है देश में 5 सबसे महत्वपूर्ण श्मशान माने जाते हैं. कामाख्‍या का श्मशान (असम), तारा‍पीठ का श्मशान (कोलकाता), रजरप्पा श्मशान (झारखंड), नलखेड़ा बगलामुखी श्मशान (मध्यप्रदेश), त्र्यंबकेश्वर का श्मशान (महाराष्ट्र) और उज्जैन का चक्रतीर्थ श्मशान. 

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