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अरुण सिंह/फर्रुखाबाद: यूपी के कई जिलों में बाढ़ तटवर्ती इलाकों में रह रहे लोगों के लिए आपदा बनकर आई है. घरों के गिरने, फसलों के बर्बाद होने और मवेशियों के बह जाने जैसी खबरें आ रही हैं. इस बीच, बाढ़ग्रस्त फर्रुखाबाद जिले की अलग कहानी सामने आई है, जहां देसी शराब, बियर शॉप या वाइन शॉप भी बाढ़ से प्रभावित हैं. शराब के ठेके तक न पहुंच पाने से शराबी परेशान हैं और सरकार को लाखों का चूना भी लग रहा है.
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आबकारी विभाग का करोड़ों का नुकसान|
बाढ़ का विकराल रूप ने शराब के शौकीनों को ठेकों की राह भुला दी है, जिससे आबकारी विभाग के राजस्व संकलन के आंकड़ों में भारी गिरावट देखने को मिली है. विभागीय आंकड़ों के अनुसार जनपद में देशी शराब की 27 दुकानें बाढ़ से प्रभावित हैं, जबकि दस दुकानें बाढ़ के पानी से घिरी हुई हैं. विदेशी मदिरा की पांच और एक बियर की दुकान भी बाढ़ से प्रभावित है. लगभग एक करोड़ रुपये के राजस्व का चूना केवल अगस्त में ही लग चुका है.
हजारों लोग परेशान
जनपद की करीब 80 हजार से अधिक जनसंख्या प्रभावित है. बाढ़ की त्रासदी में घर और समान तक गंवा चुके लोग काफी संख्या में सड़कों लोग नदी के किनारे डेरा जमाए हुए हैं. तो कुछ बाढ़ के पानी के चलते छतों पर डेरा जमाए हैं. वहीं जनमानस के साथ-साथ जानवर भी बाढ़ के पानी से डरे हुए हैं. मवेशियों को तो दूर परिवार का पेट भर पाने तक के लाले हैं.
ये ठेके हैं प्रभावित
आबकारी विभाग की रिपोर्ट के अनुसार हैबतपुर गढ़िया, आमिलपुर, चंपतपुर उलियापुर, साधो सराय, दारापुर, अंबरपुर, भरका चौराहा, रामपुर पुलिया, जैनापुर व इमादपुर सोमवंशी के ठेके पूरी तरह बाढ़ के पानी से घिरे हैं. जबकि चिलसरा, सिवारा खास, गदनपुर चैन तिराहा, जिनौल, संतोषपुर, कमरुद्दीन नगर, टिलिया, अजमतपुर, प्रहलादपुर संतोषपुर, सुल्तानपुर, राईचिनहटपुर, अहमदपुर, सुल्तानगंज खरैटा, कुतलूपुर, वीरपुर हरिहरपुर, दहेलिया, बदनपुर, राजेपुर थाना रोड, सलेमपुर, अमृतपुर, रतनपुर पमारान, निबिया चौराहा, खंडौली, करनपुर दत्त, पिथनापुर व चाचूपुर देशी शराब के ठेके भी बाढ़ से प्रभावित हैं. इसके अलावा अंग्रेजी शराब के सिवारा खास, चिलसरा, सलेमपुर, अमृतपुर व राजेपुर थाना रोड और बदनपुर ठेके भी बाढ़ प्रभावित हैं.
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