Kedarnath News: 10 साल पहले 16 जून आज के ही दिन केदारनाथ में एक भंयकर त्रासदी आयी थी. इसके जख्म आज भी देखे जा सकते हैं. राज्य के मुख्यमंत्री शुक्रवार को केदारनाथ पहुंचे.उन्होंने पूजा अर्चना की और पुर्ननिर्माण कार्यों का जायजा लिया.
Trending Photos
हरेंद्र नेगी/देहरादून: ग्यारहवें ज्योर्तिलिंग भगवान केदारनाथ में 10 साल पहले 2013 16 जून आज के ही दिन केदारनाथ में एक भंयकर त्रासदी आयी थी. जिसमें हजारों लोग काल के गाल में समा गये थे. पूरी केदारपुरी से लेकर केदारघाटी तक तहस-नहस हो गयी थी. इसके जख्म आज भी दिखाई दे रहे हैं. उन्हें पूरा करने के लिए केन्द्र सरकार और राज्य सरकार उन जख्मों के भरने के लिए रात दिन पुर्ननिर्माण के कार्य में लगी हुई है. आज 10 साल बाद प्रदेश के मुखिया सीएम धामी केदारनाथ धाम पहुंचे और केदारनाथ आपदा में मारे लोगों को श्रद्धांजलि दी. उन्होंने कहा कि भगवान केदारनाथ जी प्रार्थना करते हैं कि केदारनाथ आपदा में दिवंगत आत्माओं को शांति दे तथा उनके परिवार के लोगों को दुख सहने कि शक्ति दे.
केदारनाथ में 10 सालों दिव्य भव्य केदार पुरी का निर्माण हो रहा है और इस कार्य को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में किया जा रहा हैं जिस प्रकार केदारनाथ आस्था पथ , ध्यान गुफा, शंकराचार्य की समाधि, भगवान केदारनाथ के गुरू ईशानेश्रवर जी का मंदिर तमाम जो भी कार्य हो रहे हैं और जो कार्य अभी बाकि हैं उन्हें हम 2023 में पूरा कर लेगें. ये हमारा सकंल्प है. इस दौरान सीएम ने अधिकारियों के साथ मीटिंग कर चारधाम यात्रा के लिए बेहतर सुविधाएं देने का निर्देश भी दिया.मौजूदा समय में केदारधाम भले ही नई शक्ल ले चुका है, लेकिन त्रासदी के जख्म चारों ओर नजर आते हैं. इस आपदा में सेना ने 90 हजार लोगों को सुरक्षित निकाला था. जबकि पुलिस ने 30 हजार लोगों की जान बचाई थी. वहीं पुनर्निर्माण पर करीब 2300 करोड़ खर्च हुए.
यह भी पढ़ें: बागेश्वर धाम में जल चढ़ाने के बाद शिवरंजनी लौटेंगी अपने घर, जानिए प्राणनाथ धीरेंद्र शास्त्री को लेकर क्या कहा
त्रासदी से जुड़े आंकड़े
4400 से अधिक लोग मारे गए या लापता हुए
55 नरकंकाल मिले थे सर्च ऑपरेशन में
4200 से अधिक गांवों का संपर्क टूट गया था
2141 मकान पूरी तरह से नष्ट हो गए थे
1309 हेक्टेयर कृषि भूमि बह गई थी जलप्रलय में
100 से ज्यादा बड़े व छोटे होटल ध्वस्त हो गए थे
9 नेशनल और 35 स्टेट हाईवे क्षतिग्रस्त हुए थे
2385 सड़कों को भारी नुकसान पहुंचा था
86 मोटर पुल और 172 बड़े-छोटे पुल बह गए थे
WATCH: अंग्रेजी के खिलाफ देवबंद दारुल उलूम के फतवे की खबरों पर प्रवक्ता मौलाना सूफियान ने दी सफाई