Shamli: इन दिनों में प्रदेश में हो रही बेमौसम बारिश ने किसानों के माथे पर चिंता की लकीर खींच दी है. गेहूं की फसल घर आने से पहले खेत में नष्ट हो रही है वहीं गन्ने की बुआई भी प्रभावित हो रही है.
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शामली : उत्तर प्रदेश के जनपद शामली में बेमौसम हुई बरसात से किसानों को भारी नुकसान पहुंचा है. बेमौसम हुई बरसात ने किसानों के चेहरे पर मायूसी ला दी है क्योंकि अभी गेहूं की फसल भी करीब 40 फीसदी खेतों पर ही खड़ी है जो कि बारिश के कारण भी कर जलमग्न हो गई है. वहीं जो किसान गेहूं की फसल को काट चुके हैं और गन्ने की बुवाई के लिए तैयारी कर रहे थे. वह भी परेशान हैं. बेमौसम हुई बरसात से गन्ने की बुवाई करीब 15 दिन लेट हो गई है. जनपद शामली में बीती रात से ही रुक-रुक कर बारिश हो रही है जिससे किसानों को भारी नुकसान पहुंचा है किसानों की गेहूं की खेत में खड़ी फसल और कटी हुई फसल दोनों को ही नुकसान पहुंचा है. रात से रुक-रुक कर लगातार हो रही बारिश ने खेत पर कटे हुए गेहूं की फसल को खराब कर दिया है. बेमौसम हुई इस बरसात के कारण किसानों के चेहरे पर मायूसी छा गई है क्योंकि एक तो किसानों की गेहूं की फसल खराब हो गई है दूसरा जिन किसानों ने गेहूं की फसल को काट लिया था. वह किसान गन्ने की फसल की बुवाई की तैयारी कर रहे थे जो की तैयारी उनकी अब बेकार हो गई है क्योंकि बारिश के कारण अब गन्ने की बुवाई लगभग 15 दिन लेट हो गई है.
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इसके साथ ही जिन किसानों ने गन्ने की फसल की बुवाई कर दी थी वह गन्ने की फसल भी अब उगती हुई नहीं दिखाई दे रही है क्योंकि बारिश के कारण जो गन्ना बोया गया था वह भी खेत में पानी भर जाने के कारण अब सड़ जाएगा. एक तो किसान पहले से ही बारिश की मार झेल रहे हैं क्योंकि जनवरी के महीने में हुई बेमौसम बारिश ने गेहूं की फसल को खराब कर दिया था और इस बार किसानों को गेहूं की फसल में वह पैदावार नहीं मिली है जो उसे मिलनी चाहिए थी. बारिश के कारण इस बार गेहूं की पैदावार घटी है.
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