केंद्रीय बजट 1 फरवरी, शनिवार को पेश किया जाएगा. बजट सत्र 31 जनवरी से 4 अप्रैल तक दो चरणों में आयोजित किया जाएगा.
वित्त मंत्री सीतारमण शनिवार को लगातार आठवीं बार केंद्रीय बजट पेश करेंगी. सबसे ज्यादा 10 बार मोरारजी देसाई ने बजट पेश किया है.
लेकिन क्या आपको पता है देश के तीन ऐसे भी वित्तमंत्री रहे हैं, जो बजट पेश नहीं कर पाए. इनमें दो उत्तर प्रदेश के भी नेता शामिल हैं.
खास बात ये है कि ये दोनों नेता उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री भी रहे. दोनों की गिनती भारतीय राजनीति के दिग्गज राजनेताओं में होती है.
इन दो नेताओं के नाम हैं, हेमवती नंदन बहुगुणा और नारायण दत्त तिवारी. दोनों ने देश के सबसे बड़े सूबे की कमान संभाली.
हेमवती नंदन बहुगुणा यूपी के दो बार सीएम और चार बार एमपी रहे. उन्होंने चौधरी चरण सिंह सरकार में वित्त मंत्री की जिम्मेदारी संभाली थी.
लेकिन उनका बतौर वित्तमंत्री कार्यकाल ( जुलाई 1979 से 25 अक्टूबर 1979 तक) बेहद छोटा रहा. जिससे वह बजट भाषण नहीं पढ़ पाए.
एनडी तिवारी का कार्यकाल भी बेहद छोटा रहा. जिसके चलते वह बजट पेश नहीं कर पाए. वह बजट पेश न कर पाने वाले तीसरे वित्त मंत्री बने.
नारायण दत्त तिवारी की गिनती दिग्गज नेताओं में होती है. वह यूपी के तीन बार सीएम रहे जबकि उत्तराखंड के भी एक बार मुख्यमंत्री बने जो एक रिकॉर्ड है.