Lucknow news: अयोध्या राम की नगरी में महिलाएं दौड़ाएंगी बसें, मिशन महिला सारथी का आगाज
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Lucknow news: अयोध्या राम की नगरी में महिलाएं दौड़ाएंगी बसें, मिशन महिला सारथी का आगाज

 रामनगरी अयोध्या:  मिशन महिला सारथी का आगाज करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रामनगरी अयोध्या में महिला चालकों व परिचालकों के हाथों में बसों की बागडोर दी थी. 

 yogi Mission Mahila Sarathi

लखनऊ : शारदीय नवरात्रि में सीएम योगी आदित्यनाथ ने रामनगरी अयोध्या में महिलाओं के हाथों में परिवहन निगम की कमान सौंपी थी. अब उन्हें और सशक्त करने के लिए काफी तेजी से कार्य किया जा रहा है.   परिवहन निगम की बसों की कमान महिलाओं के हाथ में होगी. योगी सरकार इसके जरिए भी महिलाओं के स्वावलंबन पर जोर दे रही है. महिला चालकों के प्रशिक्षण पर पूरा ध्यान दिया जा रहा है. महिलाओं के प्रशिक्षण का पहला बैच 8 मार्च 2021 से शुरू किया था. पहले बैच के उपरांत दूसरे व तीसरे बैच के लिए महिला चालकों को मॉडल ड्राइविंग ट्रेनिंग एण्ड रिसर्च इन्स्टीट्यूट कानपुर में प्रशिक्षण दिया जाएगा. महिला चालकों को लाइट मोटर व्हीकल ड्राइवर लेवल -3 और कामर्शियल व्हीकल ड्राइवर लेवल-4 दोनों कोर्स का प्रशिक्षण दिया जायेगा.  

रामनगरी अयोध्या में 51 बसों को हरी झंडी 
शारदीय नवरात्रि में मिशन महिला सारथी का आगाज करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रामनगरी अयोध्या में महिला चालकों व परिचालकों के हाथों में बसों की बागडोर दी थी. 51 बसों को हरी झंडी दिखाई गई थी. इनमें से 18  महिलाएं चालक व परिचालक के रूप में थीं. आगे भी बसों की कमान महिला चालकों के हाथों में रहे, इसके लिए उन्हें प्रशिक्षित किया जा रहा है. 

6000 रुपये प्रतिमाह स्टाइपेंड 
प्रशिक्षण संस्थान के प्रधानाचार्य एसपी सिंह के मुताबिक लाइट मोटर व्हीकल ड्राइवर लेवल-3 कोर्स की प्रशिक्षण अवधि 344 घंटे की होगी. कौशल विकास मिशन द्वारा निर्धारित सेक्टर स्किल काउंसिल एएसडीसी दिल्ली के माध्यम से एसेसमेंट कराया जाएगा. उत्तीर्ण अभ्यर्थियों का कामर्शियल व्हीकल ड्राइवर लेवल-4 कोर्स का 400 घंटे (04 माह) का प्रशिक्षण होगा. दोनों कोर्स करने के उपरांत डिपो में 17 माह का प्रशिक्षण होगा. प्रशिक्षण के दौरान 6000 रुपये प्रतिमाह स्टाइपेंड भी दिया जायेगा. दोनों कोर्स के दौरान अथ्यर्थियों को छात्रावास में रहना होगा. रहना, खाना आदि फ्री होगा.  24 माह के प्रशिक्षण के उपरांत पिंक बस संचालित करने हेतु डिपो में संविदा चालक के रूप में इनकी तैनाती की जाएगी. 

2024 में इनका प्रशिक्षण पूरा होगा
प्रशिक्षण संस्थान के प्रधानाचार्य के मुताबिक पूर्व में एक बैच के अभ्यर्थियों को प्रशिक्षण दिया जा चुका है. दूसरे बैच में 27 लोगों को प्रशिक्षण दिया जाएगा. अब तक 15 पंजीकरण हो चुके हैं.  प्रशिक्षण देने के लिए संस्थान में अभी 12 सीटें और खाली हैं. यहां पहले आने वाली महिलाओं का पंजीकरण किया जाएगा।.जनवरी 2024 में इनका प्रशिक्षण पूरा होगा. 

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