Too Much Fish In Diet Is Harmful: बॉडी में प्रोटीन की कमी को पूरा करने के लिए लोग मांसाहारी भोजन का सेवन करना शुरू कर देते हैं. कुछ लोगों को मछलियां खाने का बहुत पसंद होता है, लेकिन जरूरत से ज्यादा मछली खाना आपकी आंतों को नुकसान पहुंचा सकता है. जानिए कैसे...
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Avoid Eating To Much Fish In Diet: मांसाहारी भोजन में अगर आप मछली का सेवन करते हैं, तो ये सेहत के लिए काफी फायदेमंद मानी जाती है. मछली में भरपूर प्रोटीन, ओमेगा-3 फैटी एसिड जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं. ऐसा माना जाता है कि मछली को डाइट में शामिल करने से व्यक्ति की आंखों की रोशनी अच्छी होती है. लेकिन कुछ लोग जरूरत से ज्यादा मछली का सेवन करने लगते हैं. कहते हैं किसी भी चीज का अधिक मात्रा में सेवन करना सेहत को नुकसान ही पहुंचाता है. इसी प्रकार से अगर आप मछली को भी अपनी डाइट में अधिक शामिल करते हैं, तो इसके बहुत से साइड इफेक्ट्स हो जाएंगे.
मछली बेशक खाने में स्वादिष्ट फूड है. ये हेल्थ के लिए भी फायदेमंद है, लेकिन जरूरत से ज्यादा इसे खाने पर स्वास्थ्य को नुकसान भी पहुंच सकता है. आइये जानें मछली का ज्यादा सेवन शरीर के किस अंग को बुरी तरह प्रभावित करता है.
ज्यादा मछली खाने से आंत को पहुंचता है नुकसान-
आपको बता दें, कुछ प्रकार की मछलियों में मर्करी हाई लेवल में मौजूद होता है. ऐसे में इसे ज्यादा खाने पर आपको मतली, उल्टी, पेट में दर्द जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है. इसके अलावा मर्करी आपके आंत पर बुरा असर डालती है. इसके बैक्टीरिया आंत को नुकसान पहुंचा सकता है. इसलिए कोशिश करें कि मछली का कम मात्रा में सेवन करें. साथ ही ऐसी मछलियों का सेवन करें जिसमें मर्करी हाई लेवल में न हो.
फाइबर की कमी
मछली में फाइबर अच्छी मात्रा में नहीं पाया जाता है. जिसकी वजह से शरीर को भरपूर फाइबर नहीं मिल पाता है. इसकी कमी से आंत में खराब बैक्टीरिया की वृद्धि होने लगती है. इससे आपके आंत माइक्रोबायोम में असंतुलन आने लगता है और पाचन बिगड़ जाता है. इसलिए आप ऐसे खाद्य पदार्थों का सेवन करें जिसमें फाइबर भरपूर हो, जैसे सब्जियां, फल और साबुत अनाज आदि.
फैट बढ़ता है
आपको बता दें, कुछ मछलियां ट्रांस फैट और खराब फैट का सोर्स होती हैं. ये सेहत के लिए नुकसानदायक होता है. इन मछलियों में अनहेल्दी फैट्स की मात्रा अधिक होती है. जिसके सेवन से आंत में सूजन बढ़ सकती है. साथ ही इस तरह की मछली खाने से चिड़चिड़ापन आदि की समस्या बढ़ती है.