dna में एक और खबर जो सिस्टम से सवाल पूछती है..कोई अगर आपसे पूछे कि जो सरकारी अधिकारी है उनका मेन काम क्या है..तो यही कहेगे ना कि वो सिस्टम को सही रखे और आम लोगो का ध्यान रखें..लेकिन क्या ऐसा हो रहा है ?.क्यों कि फिरोजाबाद की ये तस्वीर ऐसे आदर्शवाद को झुठलाती है। फिरोजाबाद में सिस्टम की नाकामी से परेशान एक किसान ने अपना आपा खो दिया..लेकिन परेशानी क्या सिर्फ क्या किसान तक ठहरी है..नही.. सिस्टम की नाकामी का असर, केवल किसान,मजदूर या निचले तबके के लोगों पर ही नहीं..बल्कि आप पर भी पड़ता है। देश के विशुद्ध सेक्यूलर मुद्दों में से एक...मंहगाई..जो जाति, धर्म, समाज नही देखती...आपने महसूस किया होगा, कि पिछले कुछ हफ्तों में घरेलू सामान की कीमतें तेज़ी से बढ़ी हैं...इसीलिए मैं आज DNA में ये मुद्दा उठा रहा हूं...आप देखिए कि कैसे सिस्टम की ढिलाई का असर आप पर सीधे पड़ रहा है।