Zee Helpline: सबसे पहले बात करते हैं दिल्ली के वीरेंद्र सिंह की. जिनकी परेशानी की कहानी हमने आपको सितंबर महीने में दिखाई थी. 67 साल के ये बुज़ुर्ग अपने हक की पेंशन पाने के लिए 4 साल से भटक रहे थे. लेकिन कहीं सुनवाई नहीं हो रही थी. ज़ी हेल्पलाइन उनके हक की लड़ाई में उनका साथी बना और आखिरकार अब 4 साल से रूका पैसा वीरेंद्र के अकाउंट में पहुंच चुका है और उसके बाद उन्होंने जो कहा. वो आज आपको ज़रूर सुनना चाहिए.